Anganwadi कार्यकर्ता को पीटना महिला अफसर को पड़ा महंगा

स्वतंत्र समय, भोपाल

मप्र में अफसरों की तानाशाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के तामिया में आंगनवाड़ी (Anganwadi ) कार्यकर्ता के साथ मारपीट करने वाली आरोपी महिला अफसर अब मुसीबत में फंस चुकी हैं। आरोपी अफसर पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद हडक़ंप मच गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ मारपीट कोई और नहीं, बल्कि महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा की गई थी, जिसके बाद आरोपी अफसर पर मामला दर्ज किया गया है। पीडि़त कार्यकर्ता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। दरअसल, 15 फरवरी को कलेक्टर के नाम पर महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से मारपीट की गई थी। कार्यकर्ता के साथ गाली गलौज भी की गई थी। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद परियोजना अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।

Anganwadi कार्यकर्ता ने एससी/एसटी में कराया मामला दर्ज

तामिया टीआई विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि राजथरी की आंगनवाड़ी (Anganwadi ) कार्यकर्ता सीमा ऊईके ने थाने में लिखित आवेदन देकर महिला बाल विकास अधिकारी सीमा पटेल द्वारा मारपीट गाली गलौज आदि के संबंध में शिकायत की थी। जिसके आधार पर पुलिस द्वारा अधिकारी सीमा पटेल के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से मारपीट का मामले में धारा 342, 294, 323, एसटीएससी एक्ट के तहत मामला पंजीवद्ध कर विवेचना की जा रही है।

महिला अफसर बोली, मुझे झूठा फंसाया है

दूसरी ओर महिला बाल विकास अधिकारी सीमा पटेल ने बताया कि पुलिस द्वारा राजनैतिक पार्टियों के दबाव में आकर एक पक्षीय कार्यवाही मुझपर की गई है। आंगनवाड़ी (Anganwadi ) कार्यकर्ता सीमा उईके ने मुझे झूठा फंसाया है। मेरे पास सारे सबूत हैं, जो मैं कोर्ट में पेश करूंगी। सीमा पटेल ने कहा कि मैंने कलेक्टर से समय मांगा था कि मुझे अपना पक्ष रखने के लिए समय दीजिए, मेरी तबियत बहुत खराब थी। तामिया पुलिस और छिंदवाड़ा एसपी को इतनी जल्दी पड़ी थी कि बिना छानबीन किए, बिना मेरा पक्ष सुने एकतरफा एफआईआर कर दी।