सहकारिता घोटालों की जांच में महारथी बने बेडेकर

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी इंदौर के अपर कलेक्टर अभय बेडेकर अपनी कार्यशैली से एक नई पहचान बनाने में क़ामयाब हुए हैं। पर्दे के पीछे रहकर कलेक्टर के सभी प्रमुख अभियानों के मुख्य रणनीतिकार बेडेकर ने इंदौर में सहकारिता घोटालों को उजागर करने में प्रमुख भूमिका निभायी है। मामला चाहे अयोध्या गृहनिर्माण समिति का हो अथवा दीपक जैन मद्दा का। उनकी जाँच के बिंदुओं और पकड़े गए प्रमुख तथ्यों के कारण ही शासन प्रशासन को कोर्ट कचहरी में महत्वपूर्ण बढ़त मिली है। हाल ही में उनकी जांच के कारण ही दीपक जैन मद्दा के विरुद्ध प्रशासन ने एक और एफ़आइआर दर्ज कराई है और एक बार फिर से दीपक जैन मद्दा जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। बेडेकर अपने शांत स्वभाव और काम करने की लगन के कारण जाने जाते हैं। हाल ही में प्रशासन ने लाड़ली बहना योजना का भी संपूर्ण दायित्व उन पर सौंपा है। उम्मीद की जा रही है कि इंदौर के अपने प्रशासनिक अनुभव के कारण ये जल्द ही किसी ज़िले की कमान संभालेंगे और इंदौर में उनका व्यक्तित्व जिस तरह निखरा है उससे उस ज़िले को ज़रूर फ़ायदा होगा।

– राजेश राठौर