बॉलीवुड से लेकर टेलीविजन इंडस्ट्री तक कई ऐसे फिल्मी सितारे है जिन्होने अपनी जिंदगी में बेहद गरीबी के दिन गुजारे और बहुत स्ट्रगल करके अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में टीवी इंडस्ट्री के मोस्ट पॉपुलर शो ‘भाभी जी घर पर है’ के एक्टर सानंद वर्मा ने द फिल्म चर्चा से बातचीत के दौरान अपनी मेहनत, करियर और स्ट्रगल के दिनों की बाते शेयर की। आपको बता दें कि एक्टर का बचपन बेहद गरीबी और तंगी में बीता।
उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी रहा, जब उनके पेरेंट्स के पास स्कूल फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं थे, तब उन्हें रिजल्ट नहीं दिया गया था। सानंद वर्मा ने हाल ही में खुलासा करते हुए अपने बचपन और अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया। एक्टर ने बताया कि “मैंने तो बचपन में बहुत दुख दर्द और गरीबी झेली है और बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मैंने उन चुनौतियो से कुछ सीखा और गुमराह नहीं हुआ।”
एक्टर ने ये भी कहा कि “जिन हालातो से मैं गुजरा था, हो सकता है मेरी जगह कोई दूसरा बच्चा होता तो क्रिमिनल बन जाता। या कोई गलत रास्ते पर चला जाता। मैं वैसा नहीं बना, मैंने लगातार अच्छी-अच्छी बातो को अपने जीवन में उतारा और अच्छी बातो को ऑब्जर्व किया और सीखा – समझा, क्योंकि हमारे यहां गरीबी बहुत थी।”
सानंद वर्मा ने अपने स्कूल के दिन की मुश्किलो को भी साझा करते हुए कहा कि “हम स्कूल फीस अफोर्ड नहीं कर पाते थे इसलिए मेरे और मेरी बहन का रिजल्ट रोक लिया गया था। एक्टर ने बताया कि उनके पिताजी एक महान कवि थे, पर उनके पास पैसे कमाने की कला नहीं थी।”
‘भाभीजी घर पर है’ के एक्टर ने आगे कहा कि “भगवान ने मुझे इतनी कामयाबी दी कि मैं एक टाइम पर बड़े कॉर्पोरेट सेक्टर में 50 लाख की नौकरी कर रहा था। मुझ पर सिनेमा का बहुत गहरा असर हुआ है। अच्छी बात ये है कि मैंने हमेशा हीरो से सीखा है, विलेन से नहीं। मैं हमेशा से ही खुद को हीरो ही समझता हूं।”
आपको बता दें कि एक्टर सानंद वर्मा ने कई टीवी शोज में काम किया है। ‘भाभीजी घर पर है’ के साथ-साथ ‘लापतागंज’ और ‘गुपचुप’ जैसे टीवी शोज में काम किया और अपनी एक्टिंग से घर-घर मे पहचान बनाई।