स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बुधवार को दलित संगठनों ने भारत बंद ( Bharat bandh ) का आह्वान किया। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, राजस्थान और पंजाब प्रमुख राज्य हैं, जहां असर देखने को मिला है। बिहार के जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इससे लोगों को परेशानी हुई। जाम हटाने पहुंची पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की धक्का-मुक्की हो गई। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
Bharat bandh के दौरान कई लोग हिरासत में
भारत बंद ( Bharat bandh ) के दौरान प्रदर्शकारियों के कारण बिहार में पुलिस परीक्षा के लिए जा रहे छात्र भी परेशान हुए। पटना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है। यहां प्रदर्शनकारी बैरिकेट तोड़ते हुए डाक बंगले की तरफ बढऩे की कोशिश कर रहे थे। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। बिहार के सहरसा में लोगों ने प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। आरजेडी कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया। इनका आरोप है कि केंद्र सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है।
जहां विपक्षी दल ज्यादा ताकतवर, वहां दिखा असर
भारत बंद का असर उन राज्यों में ज्यादा देखने को मिला, जहां विपक्षी दल ताकतवर हैं। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा सहित सभी विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया है। राजस्थान में बंद को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरती गई। जयपुर, दौसा, भरतपुर, डीग और गंगापुर में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। राजस्थान के बारां शहर में बंद का असर देखने को मिला है। यहां बाजार बंद थे। सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम रही। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। बंद को लेकर प्रशासन ने पहले ही अलर्ट घोषित कर दिया था। भरतपुर में इंटरनेट बंद है। बांसवाड़ा में प्रदर्शनकारी सडक़ों पर उतर आए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। यूपी के आगरा में प्रदर्शनकारी वाहनों पर तिरंगा लेकर निकले और नारेबाजी की।