मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाना ही राज्य शासन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इंदौर जिले के देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में भावांतर भुगतान योजना के समर्थन में हजारों किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्योपुर से वर्चुअली जुड़कर किसानों को संबोधित किया और कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें उचित मूल्य दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
भावांतर योजना बनी किसानों की आर्थिक ढाल
राज्य सरकार द्वारा लागू की गई भावांतर भुगतान योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाना है। इस योजना ने बाजार में मूल्य गिरावट के बावजूद किसानों की आमदनी को स्थिर बनाए रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “जब बाजार में दाम घटते हैं, तब भी सरकार यह सुनिश्चित करती है कि किसानों की आय पर कोई असर न पड़े।” उन्होंने इसे किसानों की आर्थिक सुरक्षा का कवच बताया।
इंदौर में किसानों का उत्साह, अहिल्या माता की नगरी धन्य
इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर हजारों किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “इंदौर में चारों ओर ट्रैक्टरों का दृश्य देखकर मन गर्व से भर गया है। अन्नदाताओं ने अहिल्या माता की नगरी को धन्य कर दिया है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
सोयाबीन पर बढ़ा समर्थन मूल्य, पंजीयन जारी
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य (MSP) 500 रुपये बढ़ाकर 5328 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। प्रदेशभर में लगभग 1700 पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं, जहां अब तक 5 लाख से अधिक किसानों ने अपनी फसलों का पंजीयन कराया है। इंदौर जिले में ही 35 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है और यह प्रक्रिया 17 अक्टूबर तक जारी रहेगी। सरकार का लक्ष्य है कि फसल बिक्री के 15 दिनों के भीतर भुगतान कर दिया जाए ताकि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य समय पर मिल सके।
किसानों के लिए सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पंजीयन से लेकर फसल बिक्री तक किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मंडियों में उपस्थित रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी करें। उन्होंने किसानों से जैविक खेती को भी बढ़ावा देने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार किसानों की मेहनत का सम्मान करती है और भावांतर योजना इस दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।” कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने बताया कि भावांतर योजना ने उन्हें बाजार की अनिश्चितता से राहत दी है।
- महेश चौधरी, भारत ठाकुर और धर्मेंद्र भदौरिया (हातोद) ने कहा कि पहले बाजार में दाम गिरने से नुकसान उठाना पड़ता था, लेकिन अब भावांतर योजना से उन्हें न्यूनतम लाभकारी मूल्य मिल रहा है।
- संदीप पटेल और रतन पटेल (बरोदापंथ, देपालपुर) ने कहा कि अब उन्हें अपनी फसलों का उचित मूल्य मिल रहा है जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
- हरिराम चौहान और दिनेश शर्मा (लिम्बोदापार) ने कहा कि सरकार की इस योजना ने खेती को फिर से लाभकारी बना दिया है।
- भुवन सिंह भाटिया (खरेली) ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना से उन्हें आर्थिक सहारा मिला है और खेती के प्रति नया उत्साह आया है।
ट्रैक्टर रैली में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इंदौर में आयोजित इस ट्रैक्टर रैली कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायकगण मनोज पटेल, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला, उषा ठाकुर, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना सतीश मालवीय, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं हजारों किसान शामिल हुए।