भोपाल में ड्रग्स और दुष्कर्म कांड के आरोपी मछली परिवार की आलीशान कोठी पर प्रशासन और नगर निगम की टीम ने बुलडोजर चला दिया है। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और अधिकारी मौजूद थे। यहीं इस घटना को देख कर अपराधियों के होश उड़ गए है।
मानवधिकार ने दुसरी बार किया हस्तक्षेप
भोपाल के टीआईटी कॉलेज में दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग कांड में अब जांच का दायरा और भी गहराने वाला है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुलिस जांच को अधूरा और लापरवाह मानते हुए दूसरी बार हस्तक्षेप किया है। इसी सिलसिले में आयोग की टीम दोबारा भोपाल पहुंची है। टीम ने पीड़िताओं से भी मुलाकात कर बात की
कई कमरें देख हैरान हो गई पुलिस
ड्रग्स और दुष्कर्म कांड के आरोपी मछली परिवार की हटाई खेड़ा स्थित आलीशान कोठी को प्रशासन और नगर निगम की टीम ने गिरा दिया। नगर निगम की चार मशीनों के पंजों ने आरोपियों के घर को तोड़ दिया। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी भी पहुंचे। इस आलीशान हवेली में कई कमरे बने हुए थे।
अवैध कारोबार से नेटवर्क
पुलिस ने आरोपित फरहान के आपराधिक नेटवर्क और उसके तारों की गहराई से जांच नहीं की। आयोग ने शंका जताई थी कि फरहान का भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में अवैध कारोबार से जुड़ा एक संगठित नेटवर्क है। खासतौर पर मछली कारोबारी शारिक अहमद उर्फ शारिक मछली से संपर्क को लेकर पुलिस जांच या तो बेहद सतही तरीके से की गई या फिर नजरअंदाज कर दिया।
एंटी रैगिंग सेल की भी हो जांच
रिपोर्ट में आयोग की टीम ने कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल की जांच न होने की बात भी कही थी। साथ ही पीड़िताओं को आरोपितों के स्वजन से सुरक्षा व उन्हें पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने के लिए भी कहा था। इसके जो पीड़िताएं डर के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ चुकी हैं, उन्हें दोबारा कॉलेज में प्रवेश दिलवाने के लिए कहा गया है। पहले दिन पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद गुरुवार को दौरे के अंतिम दिन टीम पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से मिल सकती है। साथ ही कॉलेज का दौरा कर सकती है।