भोपाल में 84 साल का रिकॉर्ड टूटा, 5.2 डिग्री पारे के साथ नवंबर की सबसे सर्द रात दर्ज हुई

Bhopal News : मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में है। राजधानी भोपाल में रविवार की रात ने पिछले 84 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और ये नवंबर महीने की अब तक की सबसे सर्द रात बन गई। शहर में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी कम है। एक ही रात में पारे में 1.2 डिग्री की गिरावट ने ठंड का प्रकोप और बढ़ा दिया है।
मौसम के इस बदले मिजाज ने आम जनजीवन एक दम कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहा है। सुबह के समय सर्द हवाओं और गलन के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। इस रिकॉर्ड तोड़ ठंड ने सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए खड़ी कर दी है।
ठिठुरते हुए स्कूल जा रहे बच्चे, पेरेंट्स चिंतित
भीषण ठंड के बावजूद स्कूलों में छुट्टियां घोषित नहीं की गई हैं, जिसके चलते छोटे बच्चे सुबह ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर हैं। कई अभिभावकों ने इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस मौसम में बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ गया है।
पेरेंट्स का कहना है कि प्रशासन को बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए या तो स्कूलों के समय में बदलाव करना चाहिए या कुछ दिनों के लिए छुट्टी घोषित कर देनी चाहिए। सोशल मीडिया पर भी कई लोग स्कूलों को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
क्यों आई तापमान में इतनी बड़ी गिरावट?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी भारत के पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के तापमान में यह तेज गिरावट आई है। इन हवाओं ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे दिन और रात के तापमान में भारी कमी देखी जा रही है। भोपाल में नवंबर महीने में इससे पहले कभी भी पारा इतना नीचे नहीं गया था। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों तक ठंड का असर इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है।