‘कलेक्टर का देवर’ बनकर नौकरी का झांसा, मंत्रालय का कर्मचारी बताकर लाखों की ठगी करने वाला गिरफ्तार

Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है जो खुद को ‘कलेक्टर का देवर’ और मंत्रालय का कर्मचारी बताकर लोगों को चूना लगाता था।
आरोपी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। पुलिस ने आरोपी के पास से कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं और अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब कुछ पीड़ितों ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ितों ने बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को मंत्रालय में पदस्थ एक प्रभावशाली कर्मचारी और एक जिले के कलेक्टर का करीबी रिश्तेदार बताकर उनसे संपर्क किया था। उसने विभिन्न सरकारी विभागों में क्लर्क, चपरासी और अन्य पदों पर सीधी भर्ती का लालच दिया था।
ऐसे फंसाता था जाल में
आरोपी की कार्यप्रणाली बेहद शातिर थी। वह बेरोजगार और नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को अपना निशाना बनाता था। अपनी ऊंची पहुंच का दिखावा करने के लिए वह अक्सर मंत्रालय या कलेक्ट्रेट जैसे सरकारी दफ्तरों के आसपास ही पीड़ितों से मिलता था। बातचीत के दौरान वह बड़े अधिकारियों का नाम लेकर ऐसा भ्रम पैदा करता था कि जैसे उसकी प्रशासन में गहरी पैठ है।
भरोसा जीतने के बाद वह नौकरी की एवज में मोटी रकम की मांग करता था। वह पैसे एकमुश्त लेने की बजाय किश्तों में लेता था, ताकि पीड़ितों को शक न हो। पहली किश्त ‘रजिस्ट्रेशन’ और ‘फाइल आगे बढ़ाने’ के नाम पर ली जाती थी, जबकि बाकी रकम नियुक्ति पत्र मिलने के बाद देने का वादा किया जाता था।
शिकायत के बाद पुलिस ने बिछाया जाल
जब महीनों बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को नौकरी नहीं मिली और आरोपी टालमटोल करने लगा, तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने अपने स्तर पर जब आरोपी के बारे में पता किया तो उसकी सारी बातें झूठी निकलीं। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
शिकायत मिलते ही क्राइम ब्रांच की एक टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने योजना बनाकर एक पीड़ित के जरिए ही आरोपी से संपर्क साधा और उसे पैसे देने के बहाने एक तय जगह पर बुलाया। जैसे ही आरोपी पैसे लेने पहुंचा, पुलिस ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से कुछ फर्जी पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज मिले हैं।
पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है और इस धोखाधड़ी में कुल कितनी रकम की ठगी की है। पुलिस को अंदेशा है कि इस घोटाले का शिकार हुए लोगों की संख्या और भी बढ़ सकती है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर किसी भी तरह के प्रलोभन में न आएं और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें।