स्वतंत्र समय, भोपाल
राजधानी भोपाल में 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की ड्रग्स ( MD Drugs ) बरामद हुई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एटीएस गुजरात के साथ मिलकर शनिवार को एक फैक्ट्री में रेड की, जहां ड्रग्स बनाई जा रही थी। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
बंद फैक्ट्री में हो रहा था MD Drugs का उत्पादन
ड्रग्स ( MD Drugs ) को भोपाल के नजदीक एक फैक्ट्री से बरामद किया गया है। यह फैक्ट्री बगरोदा गांव के इंडस्ट्रियल एरिया में है, जो कटारा हिल्स थाना इलाके में स्थित है। खास बात यह है कि गुजरात एटीएस और एनसीबी की इस कार्रवाई की मप्र के खुफिया विभाग को खबर तक नहीं लगी। डीएसपी, एटीएस गुजरात एसएल चौधरी ने बताया कि यह सूचना मिली थी कि भोपाल का अमित चतुर्वेदी और नासिक- महाराष्ट्र का सान्याल बाने भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री की आड़ में मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) के अवैध निर्माण और बिक्री में शामिल हैं। जिसके बाद गुजरात एटीएस के सीनियर अधिकारियों को इसके बारे में बताया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
एक दिन पहले फैक्ट्री पर मारी गई थी रेड
छापामार कार्रवाई 5 अक्टूबर को की गई थी। इस दौरान पता चला कि यहां मादक दवा मेफेड्रोन (एमडी) बनाने का काम चल रहा था। इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब 5 हजार किलोग्राम का कच्चा माल और उपकरण भी मिले। इनमें ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर और अन्य उपकरण शामिल हैं। इन सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। फैक्ट्री में तलाशी के दौरान कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन (ठोस और तरल दोनों रूप में) मिला। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपए है।
रोजाना तैयार कर रहे थे 25 किलो ड्रग्स
गुजरात में पकड़ाए कुछ ड्रग्स डीलर्स से गुजरात एटीएस को इस फैक्ट्री की जानकारी मिली थी। इसके बाद से ही गुजरात एटीएस डेढ़ महीने से फैक्ट्री पर नजर रख रखी थी। जानकारी पक्की होने पर एटीएस ने दिल्ली एनसीबी से संपर्क किया। इसके बाद संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में आरोपी पिछले छह महीने से रोजाना 25 किलो ड्रग्स तैयार कर रहे थे। आरोपियों ने फैक्ट्री 6 महीने पहले किराए पर ली थी। ये फैक्ट्री भोपाल के किसी एके सिंह की बताई जा रही है।