अमूल के बाद अब सांची दूध ने भी दाम बढ़ा दिए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को एक और झटका लगा है। 7 मई से सांची के दूध के नए रेट लागू होंगे, जिसके तहत एक लीटर दूध 2 रुपए महंगा हो गया है, जबकि आधा लीटर दूध पर 1 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इस मूल्य वृद्धि का असर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर और बुंदेलखंड दुग्ध संघ जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में देखा जाएगा।
भोपाल शहर में पैक्ड दूध की खपत में सांची सबसे आगे है। यहां हर दिन करीब साढ़े तीन लाख लीटर सांची दूध की खपत होती है। इसके बाद अमूल का नंबर आता है, जिसकी खपत लगभग 70 हजार लीटर है। वहीं, सौरभ और श्रीधी जैसे ब्रांड्स भी भोपाल और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में लगभग एक लाख लीटर दूध की आपूर्ति करते हैं। मदर डेयरी की खपत मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों तक सीमित है।
खुला दूध अब भी बना उपभोक्ताओं की पहली पसंद
हालांकि, भोपाल में पैक्ड दूध की तुलना में खुला दूध अधिक बिकता है। रोजाना लगभग 8 से 9 लाख लीटर खुला दूध खपत होता है। हाल ही में खुले दूध के दामों में भी प्रति लीटर 2 रुपए तक की बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे आम लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है।
10 महीने बाद सांची ने फिर बढ़ाए दाम
सांची ने पिछली बार जुलाई 2024 में दूध के रेट बढ़ाए थे। करीब 10 महीने के बाद फिर से मूल्य वृद्धि की गई है। हालांकि, सांची डीटीएम के 160 एमएल टोंड मिल्क और परिवार पैक (200 एमएम) दूध की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अमूल पहले ही बढ़ा चुका है दाम
गौरतलब है कि अमूल ने 1 मई को ही अपने दूध के दामों में समान रूप से वृद्धि की थी। 1 लीटर दूध पर 2 रुपए और आधा लीटर पर 1 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी, जो अब प्रदेश के सभी जिलों में लागू हो चुकी है। प्रदेश में सांची के बाद अमूल ही दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड है जिसकी खपत हर दिन साढ़े तीन लाख लीटर से अधिक है। खासकर इंदौर में अमूल दूध की खपत सबसे ज्यादा, लगभग 1.25 लाख लीटर प्रतिदिन है, जबकि भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में यह 50 से 80 हजार लीटर के बीच रहती है।