बड़ा फैसला : इंदौर सराफा चौपाटी में 80 वैध दुकाने रहेगी, 120 दुकानें हटाई जाएगी

हाल ही में इंदौर सराफा चौपाटी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से चल रही सराफा व्यापारियों की परेशानियों, जाम और सकड़ी गलियों में दुकानें संचालित होने को लेकर बड़ा फैसला सामने आ चुका है।  रात्रि कालीन सुरक्षा को लेकर अब इंदौर सराफा चौपाटी में 80 वैध दुकाने रहेगी और 120 दुकाने हटाई जाएगी। इसके लिए 31 अगस्त तक सभी दुकानदारों को दुकान हटाने की मोहलत दी गई है।

वहीं अवैध दुकानों को हटाने की कार्यावाही शुरू करने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगमायुक्त शिवम वर्मा को पत्र लिखा है। वहीं सराफा व्यापारियों ने भी जल्द से जल्द अवैध दुकानों को हटाने की कार्यवाही की मांग की है।आपको बता दें कि लंबे समय से सराफा चौपाटी को लेकर सराफा व्यापारि एसोसिएशन बहिष्कार कर रहे है। हालाकि उन्हें सराफा चौपाटी में 80 दुकाने भी मंजूर नहीं है।

व्यापारी इसे लेकर चरणबद्ध आंदोलन भी कर रहे थे। दरअसल, पिछले साल महापौर के निर्देश पर एमआईसी सदस्यों की समिति ने सराफा चौपाटी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ऑडिट किया था। करीब एक महीने बाद सौंपी गई रिपोर्ट में समिति ने यहां से सुरक्षा की दृष्टि से यहां अवैध दुकानों को हटाना जरूरी समझा।  हरदा में पटाखा फैक्ट्री मे ब्लास्ट के बाद से ही इंदौर में सराफा चौपाटी को लेकर मुद्दा उठ गया था। सराफा व्यापारियों ने यहां हादसे का डर जताया था। जिसे लेकर महापौर भी सतर्क हो गए और उन्होंने सराफा चौपाटी में सुरक्षा दृष्टि से एक कमेटी बनाई।

आपको बता दें कि सराफा चौपाटी में 200 दुकानें लगती है और वो भी संकरी गलियों में, जिनमें आगजनी का खतरा हो सकता है। यहां फायर ब्रिगेड भी नहीं पहुंच सकती है। साथ ही चौपाटी बंद होने के बाद कई दुकानदार ठीक से सफाई करके नहीं जाते, इससे गंदगी फैल जाती है।