भारतीय सेना की अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में हुआ है एक बड़ा बदलाव—अब देश के लाखों युवाओं के लिए सेना की राह पहले से थोड़ी आसान हो गई है! 1600 मीटर की दौड़ में अब अभ्यर्थियों को 30 सेकंड का अतिरिक्त समय मिलेगा। यानी, जहां पहले ये दौड़ 5 मिनट 45 सेकंड में पूरी करनी होती थी, अब समय सीमा बढ़कर 6 मिनट 15 सेकंड कर दी गई है।
क्यों किया गया बदलाव?
इस पहल का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को सेना में जगह देने का मौका। पहले सिर्फ 15 सेकंड की विंडो में पास होने वालों को ही अग्निवीर बनने का मौका मिलता था। कई ऐसे युवा, जो शारीरिक रूप से फिट और मानसिक रूप से तैयार होते थे, सिर्फ 10-15 सेकंड की देरी से बाहर हो जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा!
कैसे होगा चयन?
अब दौड़ पूरी करने वालों को उनके समय के अनुसार अंक मिलेंगे। 5.30 मिनट से पहले दौड़ पूरी करने पर ज्यादा अंक मिलेगी यहीं 6.15 मिनट तक दौड़ पूरी करने पर मौका बरकरार ऱहेगा बस अंक कम होंगे। इससे ग्रेडिंग सिस्टम के आधार पर आगे की प्रक्रिया में भी पास होने का चांस रहेगा। यानी अगर दौड़ में अंक कम आए तो बाकी फिजिकल और लिखित टेस्ट में उन्हें कवर किया जा सकता है।
अब भर्ती होगी ज्यादा पारदर्शी और व्यापक
सेना की रणनीति साफ है—अब दौड़ और पुलअप जैसे शारीरिक परीक्षणों में समूह बनाकर मूल्यांकन होगा। हर ग्रुप का आकलन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जिससे चयन प्रक्रिया और भी सिस्टमेटिक और फेयर बन जाएगी।
नए बदलाव, नए मौके
दो साल पहले भी एक बड़ा बदलाव आया था, जब पहले लिखित परीक्षा और फिर फिजिकल टेस्ट की प्रक्रिया लागू हुई थी। इसका उद्देश्य था—जो अभ्यर्थी लिखित में सफल हों, उन्हें ही दौड़ और अन्य फिजिकल टेस्ट में आगे बढ़ाया जाए।
अब अफसोस नहीं, सिर्फ मौका
पहले जिन युवाओं को दौड़ में फेल होकर बाहर होना पड़ता था, उनके लिए ये नई व्यवस्था किसी संजीवनी से कम नहीं। अब 6 मिनट 15 सेकंड तक दौड़ पूरी करने वाले हर युवा को मिलेगा चयन का फुल चांस।