पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का बड़ा बयान, चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्रालय उठाए सवाल

इन दिनों पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्रालय को लेकर प्रश्न किए है। जिसमें मंत्री कह रहे है कि CM रिलीफ फंड से गरीब परिवार का इलाज होता है। जिसके तहत गरीब परिवार को 2 लाख रूपए तक की सहायता प्राप्त होती है।

उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि – प्रदेश में फर्जी अस्पताल CM रिलीफ फंड का दुरूपयोग कर रहे है।  दरअसल, उन्होंने बताया कि गुना के मकसूदगढ़ में भोपाल लिंक अस्पताल के नाम पर एक फर्जी अस्पताल चल रहा था। इस अस्पताल को 19 जुलाई 2024 से 13 मई तक 10 महीने में CM रिलीफ फंड से 48 लाख 70 हजार रुपए दिए गए और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं पड़ी। ना ही अस्पताल, ना ही डॉक्टर और ना कोई स्टाफ लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री राहत कोष से गरीबों के इलाज के नाम पर भुगतान हो गया।

गौरतलब है कि ये अस्पताल गुना में पिछले 10 महीनों से चल रहा था।  विधानसभा में फर्जी अस्पताल को लेकर विधायक जयवर्धन सिंह ने सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि गुना जिले का स्वास्थ्य अमला सवाल लगाने के बाद जागा और जांच के आदेश दिये। जांच में पता चला कि मौके पर अस्पताल में कोई है ही नहीं। इस फर्जी भोपाल लिंक अस्पताल में भोपाल के बैरसिया के एक मरीज का इलाज होना दर्शाया गया।

इस मरीज के नाम से अस्पताल को 80 हजार रूपए का भुगतान किया गया। इसी तरह सीए राहत कोष से 19 जुलाई 2024 से 13 मई तक 10 महीने में CM रिलीफ फंड से 48 लाख 70 हजार रुपए दिए गए। सीएम राहत कोष से 2 लाख रूपए तक की सहायता होती है।

साथ ही आगे उन्होने ये भी कहा कि दो मरीज तो ऐसे भी सामने आए, जिन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए ना कोई आवेदन दिया, लेकिन फिर भी उनका नाम सीएम रिलीफ फंड में इलाज के लिए पाया गया। इस फर्जी अस्पताल को सीएम राहत कोष से 50 लाख के करीब राशि प्राप्त हुई।