विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भयंकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। भाजपा, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी से खास तौर पर नाराज है कि बीजेपी उसके उम्मीदवारों को खरीदने की कोशिश कर रही है। इसी दौरान उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आरोपों की जांच के आदेश दिए। इसलिए जब एसीबी की टीम केजरीवाल के घर गई तो आप नेताओं ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान दोनों के बीच बहस छिड़ गई।
15 करोड़ रुपये तक की रिश्वत
एग्जिट पोल में जहां भाजपा के दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने की भविष्यवाणी की गई थी, वहीं आप प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नहीं, हम जीतेंगे। उन्होंने भाजपा पर अपने पार्टी उम्मीदवारों को खरीदने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री पद के अलावा वे प्रत्येक व्यक्ति को 15 करोड़ रुपये तक की रिश्वत की पेशकश कर रहे हैं। हालाँकि, भाजपा ने उन टिप्पणियों पर गहरा रोष व्यक्त किया।
दिल्ली चुनाव के रिजल्ट से पहले LG का एक्शन
इस संबंध में भाजपा महासचिव विष्णु मित्तल ने उपराज्यपाल कार्यालय को पत्र लिखकर शिकायत की है। आप नेताओं ने कहा कि आरोप भ्रामक हैं और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एलजी सक्सेना ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को केजरीवाल की जांच करने के आदेश जारी किए। इसी दौरान एसीबी अधिकारियों की एक टीम केजरीवाल के घर गई थी। इससे पहले आप के सभी उम्मीदवार वहां पहुंच गए, जिससे तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई।
पूछताछ का नोटिस देकर पूर्व CM केजरीवाल के घर से लौटी ACB की टीम
हालांकि, आप सांसद संजय सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चौंकाने वाली टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 16 से ज़्यादा उम्मीदवारों को ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हर हफ़्ते एक ही नंबर से कॉल आती है और उन्होंने एसीबी अधिकारियों को उस नंबर के बारे में बताया। हालांकि, एसीबी, जिसने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, ने सवाल उठाया कि भाजपा शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई क्यों करेगी। उन्होंने बताया कि वे एसीबी कार्यालय जाकर भी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराएंगे। इस बीच, दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को हुए और चुनाव परिणाम कल यानी 8 फरवरी को घोषित होने है। कल यह स्पष्ट हो जाएगा कि देश की राजधानी पर कौन शासन करेगा।