बिहार विधानसभा चुनाव- C-Voter के ताजा सर्वे ने बढ़ा दी राजनैतिक हलचल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सी वोटर के ताजा ट्रैकर ने यहां की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। यहां पर तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर की रेटिंग में बढ़ोतरी दिखाई दी है. जबकि नीतिश कुमार की रेटिंग कम हुई है। सी वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख ने सितंबर माह का डेटा साझा किया. इस ट्रैकर में खासकर मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों की लोकप्रियता को लेकर कई अहम जानकारियां खुलकर सामने आई हैं.

आक्रामक कैंपेन ने गिराई बीजेपी की रेटिंग
सी वोटर ट्रैकर के अनुसार, विपक्ष के लिए खास खबर यह है कि आरजेडी के तेजस्वी यादव की रेटिंग 35% पर पहुंच गई है. फरवरी से लगातार नंबर वन पर रहने वाले तेजस्वी की रेटिंग जून, जुलाई और अगस्त में गिरकर नीचे गई थी, लेकिन अब यह फिर से बढ़ रही है. वहीं, प्रशांत किशोर की रेटिंग भी ऑल टाइम हाई 23% पर पहुंच गई है. यह उनके सक्रिय और आक्रामक कैंपेन का नतीजा है, जो विशेष रूप से बीजेपी पर केंद्रित है.

नीतीश कुमार की रेटिंग बढ़ी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रेटिंग इस ट्रैकर में 16% दर्ज की गई है. हालांकि सम्राट चौधरी की रेटिंग में गिरावट आई है, जो 6.5% तक पहुंच गई है. यशवंत देशमुख के अनुसार, प्रशांत किशोर का कैंपेन एनडीए के वोट बैंक को प्रभावित कर रहा है और इसका सीधा फायदा तेजस्वी यादव को मिल रहा है. ट्रैकर वोट शेयर नहीं दर्शाता, लेकिन यह संकेत देता है कि तेजस्वी और प्रशांत किशोर का मोमेंटम बढ़ रहा है. अगर यह रेटिंग वोट शेयर में बदलती है, तो चुनाव में दोनों के लिए फायदा हो सकता है. प्रशांत किशोर के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने 8 से 10% अनुमानित वोट शेयर को सीटों में कन्वर्ट कर पाएं. उन्हें कम से कम 25% वोट शेयर की आवश्यकता होगी ताकि वे किंग मेकर की भूमिका निभा सकें.

महिला मतदाता होगी योजनाओं से प्रभावित
यशवंत ने बताया कि नीतीश कुमार की महिलाओं के लिए 25 साल पुरानी योजनाओं का प्रभाव उनके पक्ष में है. बिहार में महिला रोजगार योजना और साइकिल योजना जैसी स्कीमों ने जनविश्वास बढ़ाया है, जो चुनाव में उनके लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकती है. वहीं, एनडीए का महिलाओं के लिए नई योजनाओं पर केंद्रित अभियान अब शुरू हो चुका है, और इसका असर अगले दो हफ्तों में रेटिंग पर देखा जा सकता है.

राहुल गांधी की रेटिंग सुधरी मोदी की बिगड़ी
सी वोटर ट्रैकर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की रेटिंग में बदलाव देखा गया है. पीएम मोदी की रेटिंग 57 प्रतिशत से घटकर 51 प्रतिशत रह गई है, जबकि राहुल गांधी की रेटिंग 35 प्रतिशत से बढ़कर 41 प्रतिशत हो गई है. इसका मतलब है कि दोनों नेताओं के बीच गैप अब 10 प्रतिशत पर आ गया है, जो कांग्रेस के लिए सकारात्मक और एनडीए के लिए चुनौतीपूर्ण संकेत माना जा रहा है. यशवंत देशमुख ने बताया कि राहुल गांधी फिलहाल विदेश यात्रा पर हैं, इसलिए उनका फील्ड कैम्पेन फिलहाल नहीं चल रहा है.