बिहार विधानसभा चुनाव और आठ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के उप-चुनावों की सियासी चौसर पूरी तरह से बिछ चुकी है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों के तहत चुनावी मैदान में हैं, और चुनावी संघर्ष की गर्मी अब चरम पर पहुँच गई है। इस बीच, चुनाव आयोग ने भी नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी है।
चुनाव आयोग ने इस बार आदर्श आचार संहिता (MCC) को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए हैं। राज्य और संघ राज्य क्षेत्र की सरकारों को आदर्श आचार संहिता के तहत निर्धारित नियमों का पालन करने के लिए सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। इस बार चुनाव में किसी भी प्रकार के उल्लंघन से बचने के लिए आयोग पूरी तरह सजग है।
C-Vigil ऐप: शिकायतों की त्वरित जांच
चुनाव आयोग ने नागरिकों और राजनीतिक दलों को ECINet प्लेटफॉर्म पर C-Vigil ऐप का उपयोग करने का अधिकार दिया है, जिसके जरिए वे चुनाव उल्लंघनों की तत्काल रिपोर्ट कर सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से अब तक 650 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें से 649 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है। आयोग ने दावा किया कि 94% शिकायतों का निपटारा 100 मिनट के भीतर किया गया, जिससे नागरिकों का विश्वास और भी मजबूत हुआ है।
100 मिनट के भीतर कार्रवाई: उड़न दस्तों की तैनाती
चुनाव आयोग ने राज्यभर में 824 उड़न दस्ते (flying squads) तैनात किए हैं, ताकि कोई भी शिकायत तुरंत संज्ञान में ली जा सके और कार्रवाई में देरी न हो। इन दस्तों का मुख्य कार्य आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित शिकायतों पर तेजी से प्रतिक्रिया देना और कार्रवाई सुनिश्चित करना है। शिकायतों पर 100 मिनट के भीतर कार्रवाई का लक्ष्य रखा गया है, और अब तक इस पर अच्छी तरह से अमल भी किया गया है।
बहु-प्रवर्तन एजेंसियों का समन्वय: 71 करोड़ की जब्ती
चुनावों के दौरान भ्रष्टाचार और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों को समन्वय के तहत काम करने का निर्देश दिया है। 21 अक्टूबर तक इन एजेंसियों ने 71.32 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स, कीमती धातुएं और अन्य मुफ्त वस्तुएं जब्त की हैं। यह कार्रवाई चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए की गई है।
बिहार में नामांकन प्रक्रिया पूरी: दूसरे चरण की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण के चुनाव के लिए 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होगा। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 300 से अधिक प्रत्याशी के पर्चे खारिज हो गए हैं और 61 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिए हैं। अब आयोग चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।