प्रोटोकॉल के उल्लंघन और सम्मान न दिए जाने पर बीना विधायक निर्मला सप्रे बैठीं धरने पर

 स्वतंत्र समय, बीना

बीना नगर पालिका की साधारण सम्मेलन की बैठक में विधायक की कुर्सी बीच में नहीं रखने को लेकर कांग्रेस के पार्षदों और नपाध्यक्ष, सीएमओ के बीच करीब 10 -15 मिनट तक जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद कांग्रेस के सभी 5 पार्षद बैठक छोडक़र चले गए। विधायक निर्मला सप्रे, कांग्रेस के पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने सीएमओ, नपाध्यक्ष के खिलाफ नगर पालिका का गेट बंद कर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

हंगामे के साथ बैठक हुई शुरू

बीना नगर पालिका में 194 के दिनों 8 जनवरी को साधारण सम्मेलन की बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन बैठक में सीएमओ के नहीं आने पर बैठक स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद बुधवार को एक बार फिर से साधारण सम्मेलन की बैठक आयोजित की। बैठक में वीर सावरकर वार्ड के पार्षद अजय सिंह ठाकुर ने अलाव के मुद्दे उठाया। पार्षद अजय सिंह ठाकुर सहित अन्य पार्षदों ने शहर में अलाव नहीं जलाने को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी पार्षदों ने कहा कि इतनी ठंड होने के बाद भी शहर में कहीं भी अलाव नहीं जलाए जा रहे हैं। किसी भी पार्षद से अलाव के संबंध में नहीं पूछा गया है। इस के जवाब में सीएमओ इशांक धाकड़ ने कहा कि वह शहर के 20 सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवा रहे हैं। इसको लेकर पार्षदों ने कहा कि हम लोगों से पूछा जाए कि कहां अलाव जलाना चाहिए।

विधायक को उचित स्थान नहीं मिलने पर हंगामा

बीना नगर पालिका के सभाकक्ष में बैठक के दौरान विधायक निर्मला सप्रे पहुंची, तो उनकी कुर्सी उचित स्थान पर नहीं रखी होने पर कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय सहित अन्य कांग्रेस के पार्षदों का कहना था कि जिस तरीके से पिछली बैठकों में होता रहा कि विधायक की कुर्सी बीच में रहती है जबकि आजू-बाजू में नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी रहती है लेकिन इस बार उनकी कुर्सी बीच में न रखकर अध्यक्ष के बाजू में रखी गई थी। जिसको लेकर जमकर हंगामा हुआ।

नपा का गेट बंद कर कांग्रेसी बैठे धरने पर

बीना नगर पालिका परिषद की साधारण सम्मेलन की बैठक में उचित स्थान नहीं मिलने से नाराज होकर नगर पालिका के गेट को बंद कर उसके बाहर विधायक निर्मला सप्रे, कांग्रेसी पार्षद, कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए हैं। विधायक निर्मला सप्रे का कहना है कि बैठक में जब वह पहुंची तो नपा अध्यक्ष कुर्सी पर बैठी रही वह सम्मान के लिए उठी तक नहीं है। बैठक में प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है।

पूर्व विधायक महेश राय के इशारे पर चलती हैं नगरपालिका अध्यक्ष

नगरपालिका की साधारण सभा की बैठक से वॉकआउट करके विधायक निर्मला सप्रे ने अपनी ही गाड़ी में रखे कंबल नगरपालिका परिसर में बिछाकर धरने पर बैठी रहीं इस दौरान वे लगातार पत्रकारों और मीडिया से चर्चा करती रहीं। धरने में नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय ने कहा कि हम लोगों के वॉकआउट करने के बाद भी बैठक जारी रही और उसमें प्रस्ताव भी पारित किए गए। यह बैठक अनाधिकृत मानते हुए बैठक के सभी प्रस्तावों को शून्य माना जाए। इस दौरान विधायक और नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय सहित कांग्रेसी पार्षद प्रकाश बजाज, अतीक खान, विवेक पौरिया ने सीएमओ इशांक धाकड़ पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएमओ कभी उनके फोन नहीं उठाते और वार्डों की समस्याओं पर भी ध्यान नहीं देते हैं। नगरपालिका अध्यक्ष लता सकवार पर पूर्व विधायक महेश राय की कठपुतली के रूप में कार्य करने का आरोप विधायक ने लगाया उन्होंने कहा किआज भी नगरपालिका पूर्व विधायक महेश राय के इशारे पर चल रही है और नगरपालिका में उनका लगातार हस्तक्षेप जारी है जो अब नहीं चलने देंगे। शहर विकास में लगातार पिछड़ रहा है, स्वच्छता सर्वे में रैंक कम हो गई है और विकास कार्य रुके पड़े हैं।

एसडीएम और सीएमओ पहुंचे धरना स्थल पर दी समझाइश

धरना प्रदर्शन के उग्र रुख को देखते हुए एसडीएम देवेन्द्र प्रताप सिंह नगरपालिका पहुंचे जहां उन्होंने विधायक को समझाने के प्रयास किए, इस दौरान पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह ठाकुर भी वहां पहुंच गए और उन्होंने विधायक के साथ किए गए दुर्व्यवहार के लिए क्षमा मांगने की बात कही। सीएमओ इशांक धाकड़ ने धरना स्थल पर आकर इस बात के लिए खेद प्रकट किया।उन्होंने कहा कि मैंने अपनी ओर सेविधायक का कोई अपमान नहीं किया है शासन के निर्देशानुसार ही अपना कार्य किया है। फिर भी मैं वरिष्ठ अधिकारियों से नगरपालिका बैठकों के प्रोटोकॉल के संबंध में जानकारी लूंगा और आगे से उसी अनुसार कार्य करूंगा। उन्होंने विधायक से कहा कि मुझे खेद है। आगे से ध्यान रखा जाएगा। सीएमओ द्वारा खेद व्यक्त करने के उपरांत कांग्रेस पार्षदों ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा जिसमें सीएमओके स्थानांतरण की मांग की गई धरना प्रदर्शन एसडीएम एवं सीएमओ ने जूस पिलाकर विधायक को धरने से उठाया। विधायक ने कहा है किमामले को विधानसभा अध्यक्ष के पास ले जाऊंगी।