BJP शर्मसार, जीतू पार्टी से बाहर: पीएमओ ने बुलाई रिपोर्ट, एसआईटी बनी

स्वतंत्र समय, इंदौर

पिछले दिनों एमआईसी मेंबर और भाजपा ( BJP ) पार्षद के बीच हुए विवाद के दौरान पार्षद के घर में घुसकर हमले की घटना ने विकराल रूप धारण करते हुए पुरी प्रदेश भाजपा को हिलाकर रख दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री ने घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सीपी को एसआईटी गठन के आदेश दिए हैं। साथ ही इस मामले में सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए ।

BJP प्रदेश अध्यक्ष ने जीतू यादव को 6 साल के लिए निकाला

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर भाजपा ( BJP ) प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी पूरे विवाद को अशोभनीय बताते हुए एमआईसी मेंबर जीतू यादव (जाटव) को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया है। एक जानकारी यह भी सामने आई है की इंदौर की घटना पीएमओ तक पहुंच चुकी है। पीएमओ ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी बुलाई है। यह दूसरा अवसर है जब इंदौर की घटना पीएमओ तक पहुंची है। इससे पहले कुछ साल पहले पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय व्दारा निगम अधिकारी को बल्ला मारने की घटना पीएमओ पहुंची थी। इंदौर की घटना से प्रदेश भाजपा की इमेज काफी असर पड़ा है। जीतू यादव प्रकरण पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्तन गुरु ने तंज कसते हुए कहा – कौवा खीर तभी ग्रहण करता है, जब श्राद्ध हो और आपका भाग्य साथ दे तो,बाकी समय वो कीड़े और गंदगी ही खाता है। गत 3 जनवरी को 40-50 लोगों ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला किया था। कालरा के नाबालिग बेटे ने शुक्रवार को पुलिस को दिए बयान में बताया कि गुंडों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई। उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की बात कही। नाबालिग ने बताया कि आरोपियों ने गालियां देकर उसके साथ मारपीट की। उसका टॉवेल खींचा, अंडरवियर खींचकर निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया। प्राइवेट पार्ट को पकडक़र खींचा और कहा कि हम तुझे निपटाएंगे। सभी साथियों से कहा कि इससे अप्राकृतिक कृत्य करो। हमलावर जीतू के समर्थक बताए जा रहे हैं।

8 दिनों बाद प्रदेश भाजपा ने की कार्रवाई

भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला की घटना के 8 दिनों बाद प्रदेश भाजपा ने एक्शन लिया है। हालांकि घटना वाले दिन से लेकर इंदौर के कोई भी नेता इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा था। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, सारे भाजपा विधायक चुप्पी साधे बैठे थे। बताते है की एमआईसी मेंबर जीतू यादव (जाटव) को हर कोई बचाने में लगे हुए थे। जीतू की गुंडागर्दी जब सामने आने लगी तब पार्टी ने कदम उठाने शुरु किए। पहले जीतू ने इस्तीफा दिया , जिसे महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने तत्काल स्वीकार कर लिया। इस्तीफा देते के ही घंटे के बाद प्रदेश अध्यक्ष वी डी शुक्ला ने कार्यवाही करते हुए जीतू को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने इस घटना को अशोभनीय बताते हुए कहा की इस तरह की घटना से पार्टी की छवि घूमिल होती है।

पीएमओ हाउस पहुंचा मामला

दो पार्षदों के बीच हुए विवाद के बाद मामला पीएमओ तक पहुंच गया है। बताया गया है कि पीएमओ ने इंदौर के नेताओं से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली है। पीएमओ ने पूरे घटना क्रम की रिपोर्ट के अलावा वीडियो फुटेज समेत कई जानकारियां मांगी है। इंदौर में दूसरी ऐसी घटना है जो जिसे पीएमओ ने संज्ञान में लिया है। कुछ साल पुहले भाजपा के पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से हमला किया था तब यह घटना राष्ट्रीय स्तर का इश्यू बन गया था। इस पर भाजपा के कई बड़े नेताओं को सफाई देना पड़ी थी। कई भाजपा नेता समेत शहर के लोग इस घटना को शर्मनाक बता रहे हैं। सत्तापक्ष के पार्षद इस तरह की हरकत करके पार्टी को बदनाम कर रहे हैं।

पुलिस ने जीतू की पूरी क्राइम कुंडली खंगाली

पुलिस का कहना है कि अभी तक जीतू यादव के नाम से कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, वहीं किसी भी आरोपी ने जीतू यादव का नाम भी नहीं लिया है। इस कारण पुलिस जीतू के इस मामले में शामिल होने या न होने को लेकर कोई बयान नहीं दे रही है। हालांकि पलिस जीत यादव पर कालरा के आरोपों की पड़ताल कर रही है। इस बीच पुलिस ने जीतू की पूरी क्राइम कुंडली खंगाल ली है। पुलिस का कहना है कि जीतू यादव ने 1999 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। तब से 2019 तक जीतू पर 11 केस दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 10 केस परदेशीपुरा और 1 संयोगितागंज थाने में ही दर्ज हुआ है।

एसआईटी का गठन

हमले की घटना के बाद पुलिस थाना जूनी इन्दौर ने धारा 191(2) / 333/115 /296/351(3)/324(4) / 324 (5) बीएनएस व धारा 7/8, 11(5)/12 पॉस्को एक्ट एवं धारा 67/67ए/67 बी आईटी एक्ट का पंजीबद्ध होकर अनुसंधान में है। उक्त अपराध की त्वरित विवेचना हेतु आनंद यादव अतिरिक्त उपायुक्त जोन – 4 की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय विशेष जांच दल (एस.आई.टी) गठित की गई है। दल में जिन्हे शामिल किया गया है वे है-

  • आनन्द यादव, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन -04 अध्यक्ष
  • देवेन्द्र धुर्वे, सहायक पुलिस आयुक्त जूनी इन्दौर सदस्य
  • अनिल गुप्ता निरीक्षक थाना प्रभारी जूनी इन्दौर सदस्य
  • आमोद सिंह राठौर, निरीक्षक थाना प्रभारी रावजी बाजार,सदस्य
  • उपनिरीक्षक सतीष गर्ग थाना जूनी इन्दौर सदस्य
  • उपनिरीक्षक उनि रामकुमार रघुवंशी थाना रावजी बाजार इन्दौर सदस्य
  • सहायक उप निरीक्षक शिवनंदन सेंगर थाना जूनी इन्दौर सदस्य
  • प्रधान आरक्षक 1609 मुकेश गायकवाड़ इन्दौर सदस्य
  • प्रभारी सायबर सेल गौरव परमार, जोन-04 इन्दौर सदस्य

यादव के निष्कासन के बाद एकलव्य गौड़ की पोस्ट

एमआईसी मेंबर जीतू यादव के निष्कासन के बाद एकलव्य गौड़ ने अभी तो ये अंगड़ाई है। आगे और लड़ाई है की पोस्ट डाली। दरअसल रविवार को राजवाड़ा से इस घटनाक्रम के बाद एक बड़ी रैली की घोषणा हुई है। इस प्रदर्शन को गौड़ खेमे का पूरा समर्थन है। पार्षद कालरा और यादव के विवाद को गौड़ और विजयवर्गीय खेमे की राजनीतिक अदावत से जोडक़र देखा जा रहा है। पार्षद जीतू यादव के भाजपा से निष्कासन के बाद भाजपा नेता व विधायक पुत्र एकलव्य गौड़ की पोस्ट चर्चा में है। उन्होंने लिखा कि अभी तो ये अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है। दरअसल कमलेश कालरा चार नंबर विधानसभा क्षेत्र के पार्षद है और गौड़ खेमे से जुड़े है। हमले के बाद मालिनी ने ही पार्षद कालरा को मुख्यमंत्री मोहन यादव से इंदौर यात्रा के दौरान मिलवाया था। इसके बाद गौड़ खेमे ने अलग से जीतू यादव के काले चि_े मुख्यमंत्री तक पहुंचाए। इसके बाद पुलिस को भी उपर से आरोपियों को गिरफ्तार करने के संकेत मिले और घटनाक्रम तेजी से बदला था। गौड़ ने गुरुवार को भी अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट डाली थी कि याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष महा भीषण होगा…। यादव के निष्कासन के बाद गौड़ ने अभी तो ये अंगड़ाई है। आगे और लड़ाई है की पोस्ट डाली।

सीएम के कहने पर जन आक्रोश यात्रा निरस्त

रविवार को राजवाड़ा से इस घटनाक्रम के बाद एक बड़ी रैली की घोषणा की गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के कहने पर रविवार को पार्षद कालरा के समर्थन में निकलने वाली जन आक्रोश यात्रा निरस्त कर दी गई है।