स्वतंत्र समय, भोपाल
भाजपा के संगठन चुनाव में अब जिला और शहर अध्यक्षों ( district presidents ) के नाम की घोषणा का इंतजार है। अपने समर्थक को पद दिलाने के लिए हर नेता ने पूरी ताकत लगा दी है। इस बात की संभावना है कि अध्यक्षों की नियुक्ति में प्रदेश के चुनिंदा नेताओ की पसंद को महत्व दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में जिलाध्यक्ष बनने से वंचित नेता पार्टी विरोधी विगुल फूंक सकते है।
district presidents की सूची का आज संभावना
भाजपा जिला अध्यक्षों ( district presidents ) की सूची आज जारी होने की पूरी संभावना है। क्योंकि जिन महानगरों में विवाद की स्थिति बनी हुई थी, उन महानगरों की खींच-तान पार्टी स्तर पर सुलझा ली गई है। इसके बावजूद एतिहात के तौर पर कुछ नाम रोके जाएंगे, जिससे अंतर द्वंद ना हो। प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया प्रभावित ना हो इसलिए दो सूचियों के माध्यम से लगभग 40 नामो की घोषणा होगी। भाजपा के संगठन चुनाव में अपने समर्थक को अध्यक्ष पद पर बैठाने के लिए भाजपा के बड़े नेता पूरी ताकत लगाए हुए हैं। इसी का परिणाम है कि इस बार भाजपा में जबरदस्त कशमकश की स्थिति बन गई है। पार्टी हाईकमान जहां महिलाओं को तवज्जो देने की बात कर रहा है।
इन तीन नेताओं का रहेगा वर्चस्व
शहर और जिला अध्यक्ष के पद के लिए तीन नाम का पैनल बनाकर दिल्ली भेजने का काम हो चुका है। अब दिल्ली से जिन नामों पर मुहर लगकर आएगी,उन नामों की घोषणा भोपाल से कर दी जाएगी। भाजपा के इस संगठन चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की पसंद को महत्व मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही इस चुनाव में कुछ नेताओं को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिल सके इसके लिए उत्तरप्रदेश के प्रभावी भाजपा नेता भी सक्रिय हो गए हैं।
संघ और भाजपा नेताओं के समन्वय से तय होंगे नाम
भाजपा के संगठन चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं में से कुछ नेता राष्टीय स्वयंसेवक संघ की शरण में चले गए हैं। जिन नेताओं ने अब तक संघ के स्वयंसेवक के रूप में अपना ज्यादा समय देकर बेहतर कार्य किया है वह चाहते हैं कि उनके नाम को संघ की ओर से भी आगे बढ़ाया जाए। इस स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि संघ की पसंद के आधार पर भी कुछ अध्यक्ष नियुक्त किए जा सकते हैं।