नए अध्यक्ष को लेकर BJP दफ्तर में घंटों चली रायशुमारी

स्वतंत्र समय, इंदौर

कौन बनेगा दीनदयाल भवन की कुर्सी मालिक इसका फैसला जल्द ही होने वाला है। बुधवार को भाजपा ( BJP ) कार्यालय दीनदयाल भवन में रायशुमारी के नाम पर भाजपा के नए नगर अध्यक्ष के लिए चयन प्रक्रिया शुरु हुई। नए अध्यक्ष के लिए पहले से ही गाइड लाइन तैयार है। इसमें इंदौर के सारे बड़े नेता अपनी अपनी पर्ची पर अपने पसंदीदा कम से कम तीन नाम बंद लिफाफे में देना है। इसी आधार पर पार्टी नेताओं से वन टू वन चर्चा की गई। वन टू वन चर्चा करने के लिए भोपाल से प्रदेश के संगठन महामंत्री रणवीरसिंह रावल और मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता यहां आए हुए है। सभी से रायशुमारी होने के बाद में सबकी सहमति और बहुमत से नेता का चयन होगा। हालांकि इंदौर भाजपा के लिए पूर्व के अनुभव रायशुमारी को लेकर बेहद कड़वे रहें हैं। रायशुमारी में यहां जिस नेता के नाम सवार्नुमति रही, उसे पद नही मिला या दिया नही गया। इसकी जगह भोपाल में बैठे बड़े नेताओ ने अपनी पसन्द का नगर अध्यक्ष, इंदौर नगर पर थोप दिया।

बंद कमरे में एक एक कर इंदौर BJP के नेता पहुंचे

बुधवार शाम को बीजेपी ( BJP ) कार्यालय में रायशुमारी का दौर शुरु हुआ। इसके लिए संगठन ने दो वरिष्ठ अधिकारियों को इंदौर भेजा,इसमें प्रदेश के संगठन महामंत्री रणवीरसिंह रावल और मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता को भेजा गया। जिले की भाजपा के लिए रायशुमारी की जाजम 26 दिसम्बर को बिछेगी। दीनदयाल भवन में दोपहर 3 बजे से रायशुमारी प्रारंभ हुई। इन नेताओं के पास बंद कमरे में एक एक कर इंदौर भाजपा के नेता पहुंचे और बंद लिफाफे में अध्यक्ष का नाम दिया। इन नेताओं को कम से कम तीन नाम सुझाना होंगे ताकि ये पता चल सके कि किस नेता के नाम पर ज्यादातर नेता सहमत है।

कुल 88 नेता बताओं की सूची बनाई

बताया गया है की जिन्हें बुलाया गया हैं, उन नेताओ की सूची लंबी चौड़ी हैं। इसमें सांसद, विधायक, मेयर, वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय पदाधिकारी, निगम मंडल के अध्यक्ष से लेकर ताजा ताजा बने मंडल अध्यक्ष व प्रतिनिधि शामिल हुए। इसके अलावा सत्यनारायण सत्तन से लेकर सुमित्रा महाजन तक को बुलावा भेजा गया हैं। ऐसे कुल 88 नेता बताओं की सूची बनाई गई। बीते अनुभव को देखते हुए इस बार रायशुमारी को अहम माना जा रहा है। लिहाजा ज्यादतर नेता आज दीनदयाल भवन की सीढिय़ां चढ़ते नजर आए।

न आयातित चलेगा, न अगल-बगल का…

दीनदयाल भवन की कुर्सी पर कौन बैठेगा इसके लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। वर्तमान में नगर अध्यक्ष की कमान गौरव रणदीवे ने संभाल रखी है। अब कुछ दिनों बाद शहर भाजपा को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यह तो तय है कि भाजपा में ‘आयातित नेता’ नहीं चलेगा और न अगल बगल के जिले, गांव, नगर, कस्बे का कोई नेता इंदौर में खपेगा। जिसे नगर की कमान मिले, उस नेता की जड़े भाजपाई हो और उसका डीएनए शुद्ध ‘संघाई’ हो। ऐसा नही कि अन्य दल से राजनीति शुरू करने वाले भाजपा में आये नेता को कमान दे दी जाए। अब सारा दारोमदार इंदौर भाजपा से जुड़े नेताओ पर है कि वे गुटों में ही बटकर फिर एक बार इंदौर का फैसला भोपाल से करवाते है या घर का मामला घर यानी इंदौर में ही निपटाते हैं। मतभेद से परे रहे तो इंदौर के मिजाज का नेता मिलेगा नही तो वैसे ही सबको मुंह लटकाकर पदभार ग्रहण करवाना होगा।