महाराष्ट्र में BJP का संकल्प पत्र जारी, 25 लाख नौकरियां, महिलाओं को 2100 रुपये, जानें बीजेपी के पिटारे में क्या-क्या?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मुंबई में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया, जिसमें किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए गए हैं। संकल्प पत्र में प्रमुख वादे निम्नलिखित हैं:

1. किसानों की कर्जमाफी: किसानों को राहत देने के लिए कर्जमाफी का वादा किया गया है। इससे उन्हें वित्तीय बोझ से राहत मिलने की उम्मीद है।
2. भावांतर योजना: किसानों की उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए भावांतर योजना लागू करने की घोषणा की गई है, जिससे बाजार में फसल की कीमतों में गिरावट का असर उन पर कम हो सके।
3. महिलाओं को आर्थिक सहायता: महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये की आर्थिक सहायता देने का वादा किया गया है, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक अहम कदम होगा।
4. रोजगार के अवसर: युवाओं के लिए 25 लाख नौकरियां सृजित करने की बात कही गई है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बेरोजगारी में कमी आएगी।
5. स्किल सेंटर्स का उद्घाटन: स्किल सेंटर्स खोलने का ऐलान किया गया है, जो युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास में मदद करेंगे, ताकि वे रोजगार के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।

बीजेपी के इस संकल्प पत्र का उद्देश्य महाराष्ट्र के लोगों के लिए आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है, खासकर किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए।

बीजेपी के संकल्प पत्र में प्रमुख वादे:
1. किसानों की ऋणमाफी: किसानों के कर्ज को माफ किया जाएगा।
2. 25 लाख नौकरियां: राज्य में 25 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे।
3. छात्रों के लिए ट्यूशन फीस: छात्रों को हर महीने 10,000 रुपये ट्यूशन फीस के रूप में दिए जाएंगे।
4. लाडली योजना: महिलाओं को आर्थिक सहायता के तहत 2,100 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।
5. युवाओं के लिए स्किल सेंटर: युवाओं को कौशल विकास में सहायता के लिए स्किल सेंटर खोले जाएंगे।
6. भावांतर योजना: किसानों को एमएसपी की भरपाई के लिए भावांतर योजना का लाभ मिलेगा।
7. बिना ब्याज के लोन: ओबीसी, एससी, और एसटी वर्ग के लोगों को 15 लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त लोन दिया जाएगा।
8. लखपति दीदी योजना: 50 लाख महिलाओं को सशक्त बनाते हुए ‘लखपति दीदी’ का दर्जा दिया जाएगा।
9. सोयाबीन की फसल के लिए एमएसपी: सोयाबीन की फसल पर 6,000 रुपये प्रति एकड़ एमएसपी दी जाएगी।
10. फ्री राशन स्कीम: फ्री राशन स्कीम में और इजाफा किया जाएगा।
11. बिजली बिलों में छूट: घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में 30 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
12. बुजुर्गों को पेंशन: बुजुर्गों को 2,100 रुपये पेंशन के रूप में दिया जाएगा।
13. सड़कों का जाल: 45,000 गांवों में सड़कें बनाई जाएंगी।
14. शेतकारी सम्मान योजना: किसानों को शेतकारी सम्मान योजना के तहत 15,000 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाएंगे।

ये सभी वादे किसानों, युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।

अमित शाह ने प्रेस वार्ता में महाराष्ट्र के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य ने वर्षों से देश का नेतृत्व किया है और स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत भी यहीं से हुई थी। उन्होंने महाराष्ट्र में सामाजिक क्रांति का योगदान भी महत्वपूर्ण बताया। अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में ऐसा कोई नेता नहीं है जो वीर सावरकर और बाला साहेब ठाकरे का नाम ले सके। उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे वीर सावरकर के बारे में सकारात्मक टिप्पणी करके दिखाएं। शाह का यह बयान कांग्रेस और बीजेपी के बीच विचारधारा के अंतर को रेखांकित करने के संदर्भ में आया है, जिसमें वीर सावरकर जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के प्रति दोनों दलों के दृष्टिकोण में अंतर स्पष्ट है।

गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के चुनावी वादों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने वादों पर सोच-समझकर फैसला करना चाहिए, क्योंकि वे अपने वादे पूरे नहीं करते, और जनता के सवालों का जवाब उन्हें (अमित शाह को) देना पड़ता है। उन्होंने तेलंगाना और हिमाचल को उदाहरण के तौर पर पेश किया, जहां कांग्रेस ने वादे किए, लेकिन उन्हें निभाने में असफल रही। इस दौरान शाह ने उद्धव ठाकरे के कांग्रेस के साथ गठबंधन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए विचारधारा से समझौता कर अपने विरोधियों के साथ जाना सही नहीं है। शाह ने इसे एक गलत कदम करार दिया, यह बताते हुए कि सत्ता के लिए मूल विचारधारा को त्याग देना नैतिक रूप से ठीक नहीं है।