कांग्रेस की मनमानी पर भारी भाजपा की रणनीति

 भाजपा ने नगर में 9 सीटें जीतकर अपना कब्जा जमा लिया है। वहीं कांग्रेस को 6 सीटें प्राप्त हुई।

अली असगर/मनावर – नगर पालिका 2023 के परिणाम आ चुके हैं, इसी के साथ भाजपा ने नगर में 9 सीटें जीतकर अपना कब्जा जमा लिया है। वहीं कांग्रेस को 6 सीटें प्राप्त हुई। बीते दिन 23 जनवरी को मतगणना शासकीय महाविद्यालय धार रोड पर रखी गई थी। सुबह 9 बजे से ही पुलिस प्रशासन एवं चुनाव आयोग की निगरानी में मतगणना की प्रक्रिया शुरू हुई।दोपहर 12 बजे तक समस्त वार्ड के परिणाम सामने आ चुके थे। परिणाम आते ही समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े के साथ विशाल जुलूस निकाला जो मतगणना स्थल से लेकर नगर के मुख्य चौराहों, मार्गो और मेन बाजारों से होकर गुजरा। जुलूस में भाजपा के सांसद छतरसिंह दरबार, नगर अध्यक्ष सचिन पांडे, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, संदीप जैन कालू खटोड़,सहित समस्त नगर के भाजपा प्रत्याशी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

भाजपा में अध्यक्ष के चेहरों के साथ कई पार्षद विजय हुए, अब नगर सरकार बनाने के लिए अध्यक्ष का चयन होना बाकी रहेगा। इसकी प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी। वहीं सांसद श्री छतर सिंह दरबार ने कहा कि नगर सरकार के लिए वार्ड क्रमांक 10 से विजय हुए नारायण सोनी राफेल है, जो सक्रिय और नगर के विकास को बेहतर गति दे सकते हैं। वैसे देखा जाए तो इस जीत के जश्न में क्षेत्रीय सांसद और नगर अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री की विशेष भूमिका रही। सांसद दरबार ने अपने गृह क्षेत्र में हो रहे नगर निकाय चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी, वहीं नगर मंडल अध्यक्ष सचिन पांडे ने भी नगर का मोर्चा संभाला और सभी कार्यकर्ताओं में मेल मिलाप बनाकर चुनाव लड़े गए, नाराज उम्मीदवारों को भी मनाने की कोशिश की गई। जिसके परिणाम स्वरूप आज नगर में भाजपा का परचम लहरा गया। इस जीत के जश्न में पूरा नगर डूबा रहा सभी कार्यकर्ताओं ने विजय हुए प्रत्याशियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

नगर में रेखा मकवाना वार्ड क्रमांक 1 से कांग्रेस पार्षद बनी, वही कैलाश राठौड़ पत्रकार वार्ड क्रमांक 2 भाजपा से विजय हुए, वार्ड 3 में लोकेश मुकाती युवा भाजपा अध्यक्ष विजय रहे, वार्ड क्रमांक 4 में मांगीलाल सांवले भाजपा, वार्ड क्रमांक 5 में रुपेश सोलंकी भाजपा, वार्ड क्रमांक 6 में आयशा सलीम खान कांग्रेस, वार्ड क्रमांक 7 में रेणुका नवीन शर्मा भाजपा, वार्ड क्रमांक 8 में लक्ष्मी जाट कांग्रेस, वार्ड क्रमांक 9 से मनोज सावनेर कांग्रेस, वार्ड क्रमांक 10 में बड़े चेहरे नारायण सोनी को जीत मिली जो अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे हैं। वार्ड क्रमांक 11 में परवीन जाकिर खत्री कांग्रेस, वार्ड क्रमांक 12 रितु मुकाती भाजपा, वार्ड क्रमांक 13 ममता नामदेव भाजपा, वार्ड क्रमांक 14 अजय पाटीदार भाजपा तथा वार्ड क्रमांक 15 से अनीता सिंघारे कांग्रेस से विजय हुई। 

जिले भर में कांग्रेस का परचम, मनावर में पिछड़ी

आपको बता दें कि धार जिले में कई तहसीलों में नगर निकाय चुनाव संपन्न हुए, जिसमें कांग्रेस ज्यादा सीटो पर विजय हासिल करने में सफल रही। लेकिन मनावर नगर पालिका कांग्रेस के हाथ से निकल गई, यह पार्टी के 6 पार्षद ही विजय हुए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया कि नगर में इस बार कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण करते समय लापरवाही बरती गई। पार्टी ने योग्य और जीतने वाले प्रत्याशियों को टिकट ना देकर नए और अपरिचित चेहरों पर दांव खेला। देखा जाए तो सही और साफ छवि वाले व्यक्तियों को टिकट देकर इस बार कांग्रेस की परिषद बनाई जा सकती थी, भले पिछले कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष द्वारा नगर हित में कोई बेहतर कदम नहीं उठाए गए जिसके बाद भी व्यक्तिगत चेहरों के आधार पर कांग्रेस अपनी सीटें जीतकर नगरपालिका में परिषद बनाने में कामयाब हो जाती। लेकिन उक्त मौके पर नेताओं द्वारा कई कांग्रेसी चेहरों के टिकट काट लिए गए, जिसके परिणाम स्वरूप पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। बात मनावर विधानसभा की करे तो क्षेत्र से पंचायत चुनाव, जिला पंचायत सदस्य चुनाव तथा नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस बिछड़ते नजर आई। क्षेत्र में कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा। अगर ऐसी ही दशा रही तो आने वाली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मनावर से काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

महिला शक्तियों को भी ठुकराया

कांग्रेस पार्टी ने महिला कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों को भी नजरअंदाज किया था, जिसने पार्टी से बगावत तो नहीं की, परंतु ऐसी दशा में कांग्रेस से महिला शक्ति भी पिछड़ रही। नगर में कांग्रेस वरिष्ठ नेत्री जिला महिला उपाध्यक्ष अख़्तर बी का टिकिट पार्टी के स्थाई नेताओं द्वारा काट लिया गया। और एक नए अपरिचित चेहरे पर दाव खेला, जिसके परिणाम स्वरूप स्थिति यह रही कि राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रत्याशी वार्ड 7 से तीसरे नंबर पर जगह बना पाई। पार्टी से बोहरा समाज द्वारा भी लगातार टिकट की मांग की गई थी, लेकिन यहां पर भी पार्टी के नेताओं ने बोहरा समाज की सकीना अली बोहरा को नजरअंदाज किया और पार्टी से जुड़ रही महिला शक्ति को भी तवज्जो नहीं दी। नगर कांग्रेस की विपरीत बुद्धि का एक परिचय और यह रहा कि नगर के केदार पाटीदार और उनकी पत्नी को 2 वार्डो से टिकट देकर नगर में विवादित मुद्दे की स्थिति बना दी गई थी, परिणाम यह देखने को मिले की दोनों व्यक्तियों को हार का सामना करना पड़ा और वार्ड क्रमांक 4 में भी कांग्रेस तीसरे नंबर पर जगह बना पाई। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस बार नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा लिए गए गलत फैसले का भुगतान नगर के कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पड़ सकता है।