ब्लैक बाक्स मिला, अब 8 एजेंसिया करेगी विमान हादसे की जांच

अहमदाबाद में प्लेन क्रैश होन क कारणों पर लगातार जांच की जा रही है। पिछले 3 दशकों में यह सबसे बड़ा विमान हादसा है, जिसमें 265 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में विमान के 241 पैसेंजर्स की जान चली गई। इसके साथ ही बीजे मेडिकल कॉलेज के मेस में खाना खाने गए कई एमबीबीएस स्टूडेंट्स की मौत हो गई। इस हादसें में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके बाद अब प्लेन हादसे की जांच करने के लिए केंद्र सरकार ने हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी को 3 महीने के अंदर जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। इस जांच कमेटी में 8 एजेंसियों को शामिल किया गया है।

ये है वह एंजेसियां
1. नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA)
2. एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS)
3. गुजरात पुलिस
4. एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB)
5. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA)
6. यूनाइटेड किंगडम की एअर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टीगेशन ब्रांच (UK-AAIB)
7. यूनाइटेड स्टेट्स की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB)
8. फेडरल एविशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)

मृतको के परिजनों का लिया जा रहा DNA
इस विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों का डीएनए सैंपल लिया जा रहा है। इसी के चलते पायलट सभरवाल के पिता ने भी डीएनए सैंपल दिया है। सिविल अस्पताल स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज में डीएनए सैंपल के कलेक्शन का काम चल रहा है। इस दौरान सिर्फ डॉक्टरों और मृतकों के परिजनों को ही टेस्टिंग सेंटर में जाने की अनुमति दी गई है। गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के बेटे ऋषभ रूपाणी भी डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल देने अस्पताल पहुंचेगे।

सभी बोइंग विमानों की जा रही है जांच
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA ने एअर इंडिया के बेड़े में मौजूद सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच के आदेश दिए हैं। एअर इंडिया के पास वर्तमान में कुल 34 बोइंग ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 विमान शामिल हैं।