टिकट ब्लैक करने की तरह land mafia ने ब्लैक की diaries


राजेश राठौर
EXCLUSIVE
स्वतंत्र समय, इंदौर

प्रापर्टी के बाजार में जो तेजी बताई गई थी, उसका आधा सच हम आपको बताते हैं जिस तरह से एक जमाने में फिल्म के टिकिट ब्लैक हुआ करते थे, उसी तर्ज पर इंदौरी नटवरलालों ने कालोनियों की डायरियां ( diaries ), अपने पिट्ठू दलालों के जरिए, डायरियां ब्लैक कीं जो नकली थीं। असलियत में प्रापर्टियों के भाव उतने बढ़े नहीं थे नकली तेजी के कारण लोग कालोनाइजरों के झांसे में आते गए।

रेट बढ़ने के साथ diaries ब्लैक में बिकती गईं

सुपर कॉरिडोर पर कई कालोनियां ऐसी कटीं, जिन्होंने नकली तेजी बताने के लिए उदाहरण के तौर पर जो प्लॉट हजार रूपये के रेट में बेचे, उन प्लॉट की डायरियों ( diaries  ) की दूसरी-तीसरी किश्त आने के बाद पिट्ठू दलालों के जरिए दौ से तीन सौ रूपये फिट के हिसाब से प्लॉट के भाव बढ़े हुए बता दिए। उस आधार पर डायरियां आगे बिकती गईं ऐसा करके खुद कॉलोनाईजर दलाल पिट्ठुओं के जरिए कुछ डायरी खरीद लेते थे, बाद में भाव और बढ़ाकर बेच देते थे। इस तरह का सिलसिला कई सालों तक चलता रहा। दलाल पैसा कमाने के चक्कर में सब कुछ जानते हुए भी कॉलोनाईजर के खेल में शामिल हो गए। जिस कॉलोनी की डायरियां ब्लैक में बिकी उनको टाउन एवं कंट्री विभाग से कॉलोनी की परमीशन तक नहीं मिली थी। सुपर कॉरिडोर, उज्जैन रोड, कनाडिया रोड, पर ये खेल सबसे ज्यादा हुए। हालत खराब होते गए आखिर ऊपरी दिखावा कब तक चलता, इसी कारण डायरी के बढ़े हुए रेट का फुग्गा फूट गया, ये भी एक कारण रहा कि इंदौर में प्रापर्टी के दाम धड़ाम से गिर गये। जब असलियत सामने आई तो इन्वेस्टर दलालों को ढूंढते रहे लेकिन दलाल भाग खड़े हुए। जिनके पास अभी भी डायरियां हैं , वो महज एक कागज का टुकड़ा है, अब प्रापर्टी की गिरावट ने सबको कमरे में बंद रहने को मजबूर कर दिया। कोई भी ताकत फिलहाल जमीनों के भाव नहीं बढ़ा सकती है, अगले तीन साल तक तो प्रापर्टी के रेट लगातार गिरते जाएंगे।

कॉलोनाइजर का गला पकड़ें

जब तक इंदौर में फर्जी भू-माफिया कालोनियां काटना बंद नहीं करेंगे, तब तक सारी कॉलोनियां कचरे की तरह ट्रेचिंग ग्राउण्ड में डंप हो जाएंगी। जिनके पास भी डायरियां हैं उनको हमारी सलाह है कि वो कॉलोनाइजर का गला पकड़े और जितने पैसे उसको प्लॉट के दिए हैं वो तत्काल वापिस ले लें, नहीं तो पूरी रोटी खाने के चक्कर में आधी रोटी भी नसीब नहीं होगी। इसका मतलब यह है कि यदि कॉलोनाईजर के झांसे में अभी भी आए तो जितने पैसे जमा किए हैं उतने पैसे भी वापस नहीं मिलेंगे। क्योंकि डायरी पर जो लिखा-पढ़ी है, वह टोटल दो नम्बर की है जिसको लेकर डायरी वाला कहीं भी जाएगा तो उसे भगा दिया जायेगा।