Bhopal/Shajapur News : मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के शिकार और तस्करी के एक हाई-प्रोफाइल मामले में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (STSF) को बड़ी सफलता मिली है।
लगभग एक साल से चल रही जांच में STSF ने शाजापुर जिले से पांचवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान राघौखेड़ी गांव निवासी आजाद सिंह सोलंकी के रूप में हुई है, जो अपने ही खेतों में शिकारियों को बुलाकर काले हिरण का शिकार करवाता था।
पूछताछ के दौरान आजाद सिंह ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने स्वीकार किया कि गिरोह के मुख्य सदस्यों इम्तियाज और सलमान ने उसके खेत में ही काले हिरण का शिकार किया था।
STSF के अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से शिकार और तस्करी की गतिविधियों में सक्रिय था और शाजापुर व आसपास के इलाकों में तीन से चार बार वन्यजीवों का शिकार कर चुका है। रिमांड पूरी होने के बाद आजाद सिंह को जेल भेज दिया गया है।
मुंबई का गिरोह, शाजापुर में शिकार
इस मामले का मुख्य सरगना मुंबई के ओशिवारा का रहने वाला इम्तियाज खान है, जो गरम मसालों के कारोबार की आड़ में वन्यजीवों के अंगों की तस्करी करता था। जांच में यह भी पता चला है कि इम्तियाज दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में भी शिकार कर चुका है, जिससे इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन होने का अंदेशा है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका भी स्पष्ट हो गई है:
सलमान पिपारजी: मुंबई का यह रेडीमेड कपड़ों का व्यवसायी शिकार के बाद जानवरों की खाल को प्रोसेस करने में माहिर था।
जौहर हुसैन: यह सदस्य वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखता था और इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों से संपर्क बनाता था।
सबाह: एक निजी एयरलाइंस कंपनी में काम करने वाला सबाह ग्राहकों से संपर्क कर खाल और मांस के सौदे करता था।
आजाद सिंह सोलंकी: शाजापुर का यह किसान 250 बीघा जमीन का मालिक है। उसके इलाके में हिरण और चीतल की अच्छी संख्या होने के कारण वह शिकार के लिए गिरोह को अपने यहां बुलाता था।
डिजिटल सबूत और अनसुलझे सवाल
जांच के दौरान आरोपियों के मोबाइल फोन से कई अहम सबूत मिले हैं। सरगना इम्तियाज के फोन से हिरण, चीतल, चिंकारा और बारहसिंगा के शिकार की तस्वीरें और 50 से ज्यादा वीडियो बरामद हुए हैं। वहीं, एक अन्य आरोपी सबाह ने अपने व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैट डिलीट कर दिए। आजाद के फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
इस पूरे मामले में कई सवाल अब भी अनसुलझे हैं:
आरोपियों के पास से एक देसी पिस्टल और एक स्वीडिश बंदूक मिलने के बावजूद उन पर आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
मुंबई में यह गिरोह पार्टियों के लिए काले हिरण का मांस किसे सप्लाई करता था?
गिरोह के सदस्य सतपुड़ा टाइगर रिजर्व जैसे संरक्षित क्षेत्रों में बेखौफ शिकार कैसे करते रहे? क्या इसमें वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत थी?
मुख्य आरोपी निशानेबाज अब भी फरार
इस मामले का एक और मुख्य आरोपी और राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज आमिर खान (भोपाल) अब भी STSF की पकड़ से बाहर है। उस पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
जांच टीम को शक है कि गिरोह के कई और सदस्य अब भी सक्रिय हैं, जिनकी तलाश जारी है। अब तक इस मामले में 65 किलो काले हिरण का मांस, हथियार और एक वाहन जब्त किया जा चुका है।