Bloomberg कॉलोनी का मामला अब विधानसभा में उठेगा

स्वतंत्र समय, इंदौर

 

सुपर कॉरिडोर पर कटी ब्लूमबर्ग ( Bloomberg ) कॉलोनी का मामला विधानसभा में उठेगा, जिसके लिए कांग्रेस विधायकों ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा नेताओं के दवाब में आकर पुलिस ने अभी तक सकलेचा के खिलाफ कलेक्टर की चिट्ठी के बावजूद केस दर्ज नहीं किया। मंगलवार को जनसनुवाई में पीडि़त डायरी वाले शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे जिन्हें एक बार फिर कार्रवाई का आश्वासन मिला।

Bloomberg कॉलोनी के पीड़ित कलेक्ट्रेट के नियमित कर्मचारी


ब्लूमबर्ग ( Bloomberg ) कॉलोनी के पीड़ित कलेक्टर आफिस के नियमित कर्मचारी जैसे हो गए हैं। कलेक्ट्रेट दफ्तर में कोई आए या न आए, लेकिन कलेक्टर और कालोनी सेल के चेंबर में ब्लूमबर्ग के पीडि़त घूमते हुए देखे जा सकते हैं। मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान शिकायत करने पहुंचे प्रफुल्ल माणकचंद गोधा ने शिकायत की कि ब्लूमबर्ग कॉलोनी में सन 2013 में प्लॉट लिया था जिसके लिए 4 लाख 51 हजार रुपए कॉलोनाइजर प्रफुल्ल सकलेचा को दिए थे। उसके बाद यह कहा गया था कि जल्दी ही प्लॉट की रजिस्ट्री करा देंगे।

अब गुंडागर्दी की दे रहे धौंस

गोधा ने शिकायत में बताया कि कॉलोनाइजर के आफिस में बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी मुझे अभी तक प्लॉट नहीं मिला है। अब तो गुंडागर्दी की धौंस दी जा रही है। कहा जा रहा है कि यदि अब आफिस में आए तो जान से खत्म कर देंगे। मुझे अभी तक यह भी नहीं पता है कि कौन सा प्लॉट मुझे दिया गया है। कॉलोनाइजर प्रफुल्ल सकलेचा के खिलाफ कलेक्टर को सख्त कार्रवाई करना चाहिए। इसी तरह की शिकायत अमित राजदेव ने भी कलेक्टर को की है। सन 2012 में प्रफुल्ल सकलेचा से सुपर कॉरिडोर स्थित ब्लमूबर्ग कालोनी में 4 लाख 50 हजार रुपए में एक 1500 फुट का प्लाट लिया था। अभी तक न तो प्लॉट दिया, न रजिस्ट्री कराई। हमें कॉलोनी में या तो प्लॉट दिलवाया जाए या पैसा दिलवाया जाए। इस मामले में कांग्रेस के विधायक पीडि़तों से मिलकर जानकारी जुटा रहे हैं कि कितने लोगों को अभी तक प्लाट नहीं मिले हैं। इस पूरे मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा। पूरे मामले में लोकायुक्त में भी जांच करने के लिए शिकायत की गई है।