स्वतंत्र समय, इंदौर
बीआरटीएस ( BRTS ) कॉरिडोर पर एलिवेटेड ब्रिज के निर्माण का प्रोजेक्ट कैंसिल होने के बाद अब नए फ्लाईओवर ब्रिज (एफओबी ) के निर्माण का सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे के कार्य में 8 महीने का समय लगेगा। इस कार्य को इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा करवाया जाएगा।
BRTS कॉरिडोर पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट निरस्त
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर बीआरटीएस ( BRTS ) कॉरिडोर पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के प्रोजेक्ट को निरस्त करने का फैसला पिछले दिनों ले लिया गया। इस फैसले को लिए जाने के साथ ही यह तय किया गया था कि इस कॉरिडोर के जिन चौराहों पर आवश्यकता है उन चौराहों पर फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इस समय इंदौर शहर में सबसे अधिक संख्या में फ्लाईओवर ब्रिज बनाने का काम इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा किया जा रहा है। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राम प्रकाश अहिरवार के द्वारा बनाई गई योजना के परिणाम स्वरूप फूटी कोठी चौराहा और खजराना चौराहा का फ्लाईओवर ब्रिज तैयार हो गया है।
फ्लाईओवर के यूज का होगा फीजिबिलिटी सर्वे, 8 महीने का लगेगा टाइम
अब जल्द ही इन दोनों फ्लाईओवर ब्रिज का उद्घाटन होने वाला है। ऐसे में अब प्राधिकरण को ही बीआरटीएस कॉरिडोर के चौराहों पर फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण की आवश्यकता का आकलन करने और फिर उसके निर्माण की योजना को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। प्राधिकरण के द्वारा इस क्षेत्र में जो चौराहों पर फ्लाईओवर ब्रिज की उपयोगिता का फीजिबिलिटी सर्वे करने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि सर्वे के कार्य को होने में 8 महीने का समय लगेगा। इस सर्वे में प्राप्त होने वाली रिपोर्ट के आधार पर फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण के बारे में फैसला लिया जाएगा।