भारत के आम बजट 2025 की तैयारी की प्रक्रिया शुक्रवार को आधिकारिक रूप से शुरू हो गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नॉर्थ ब्लॉक में अपने मंत्रालय के अधिकारियों और स्टाफ के साथ पारंपरिक हलवा सेरेमनी का आयोजन किया। इस विशेष अवसर के साथ ही बजट बनाने की प्रक्रिया के मुख्य सदस्य वित्त मंत्रालय में लॉक हो गए, जो अब बजट पेश होने तक बाहर से किसी से भी संपर्क नहीं कर सकेंगे। लेकिन सवाल उठता है कि यह हलवा सेरेमनी इतनी खास क्यों मानी जाती है?
हलवा सेरेमनी: बजट की तैयारी की पहली कड़ी
हलवा सेरेमनी के साथ ही 2025-26 के बजट डॉक्युमेंट्स को फाइनल करने और प्रिंट करने की प्रक्रिया शुरू होती है। इस दौरान वित्त मंत्रालय में काम करने वाले सभी अधिकारी और स्टाफ बजट पेश होने तक मंत्रालय से बाहर नहीं जा सकते, ताकि बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी लीक न हो सके। यह एक परंपरा है, जो हर साल बजट की तैयारी के समय मनाई जाती है।
हलवा बांटने का खास मौका
इस महत्वपूर्ण मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ हलवा बांटकर इस मौके का जश्न मनाया। हलवा सेरेमनी के दौरान वित्त मंत्री को भी कड़ी निगरानी में रहना होता है, और वह तब ही बाहर जाती हैं जब यह बेहद जरूरी हो। इस दौरान मंत्रालय के कर्मचारियों को उनके फोन कॉल्स और अन्य गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाती है।
बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए ‘लॉक’ प्रक्रिया
हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय एक तरह से “लॉक” हो जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बजट की गोपनीयता को बनाए रखना है। कोई भी बजट से जुड़ी जानकारी लीक न हो, इसके लिए यह प्रक्रिया अपनाई जाती है। इस साल भी बजट 2025-26 को पेपरलेस तरीके से पेश किए जाने की उम्मीद है, जैसा कि पिछले चार बजट में किया गया है।
मोबाइल ऐप से होगी आम लोगों की पहुंच
इस बार केंद्रीय बजट के दस्तावेज़ डिजिटल रूप में पेश किए जाएंगे। आम लोग इन्हें केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप के माध्यम से एक्सेस कर सकेंगे। बजट की तैयारी में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव तुहिन कांत पांडेय, और आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।