Budget 2025 Speech Live: इनकम टैक्स पर सरकार का बहुत बड़ा फैसला, निर्मला के टैबलेट में किसके लिए क्या, पढ़ें हर अपडेट

Budget 2025 Speech Live: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2025 का बजट पेश करते हुए इसे “देश की आकांक्षाओं का बजट” बताया और कहा कि यह आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सीतारमण लगातार आठवीं बार बजट पेश कर रही हैं, जिनमें छह पूर्णकालिक और दो अंतरिम बजट शामिल हैं। उन्होंने डेयरी और फिशरी फार्मर्स के लिए लोन सीमा बढ़ाने का ऐलान किया, जो उनके लिए वित्तीय सहायता को बेहतर बनाएगा। इसके अलावा, एमएसएमई सेक्टर के लिए क्रेडिट कवर को बढ़ाने की घोषणा की गई है, जो छोटे और मझोले उद्यमों को और अधिक वित्तीय सहायता प्राप्त करने में मदद करेगा।

सीतारमण ने इस दौरान भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बताते हुए, सरकार के प्रयासों को उजागर किया, जो देश की आर्थिक स्थिति को और मजबूत बनाएंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में घोषणा की कि 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और देश की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जाएगा। इसके अलावा, पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण किया जाएगा, ताकि लोग आसानी से इनकी जानकारी प्राप्त कर सकें और इससे सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण भी सुनिश्चित हो सके।

सीतारमण ने यह भी बताया कि अगले सप्ताह नया इनकम टैक्स बिल पेश किया जाएगा, जो टैक्स प्रणाली में सुधार लाएगा और करदाताओं के लिए इसे और अधिक सरल और पारदर्शी बनाएगा। इसके साथ ही, पब्लिक सेक्टर के बैंकों को ग्रामीण भारत से जोड़ने की योजना है, जिससे ग्रामीण इलाकों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा और बैंकों की पहुंच वहां तक हो सकेगी जहां पहले सेवाएं नहीं थीं।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में उड़ान योजना के तहत करीब 1.5 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाने की घोषणा की, जिससे रीजनल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा और छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में हवाई यात्रा को सुलभ बनाया जाएगा।

इसके अलावा, उन्होंने परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। साथ ही, खनन क्षेत्र में सुधार के प्रयासों की बात करते हुए, उन्होंने छोटे-छोटे मिनरल्स को बढ़ावा देने का ऐलान किया, जो इस क्षेत्र की समृद्धि और विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। इन कदमों से ऊर्जा और खनन उद्योग में नई दिशा और अवसर उत्पन्न होंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में आर्थिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में बड़े निवेश की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि कैपिटल एक्सपेंडिचर का काम राज्यों को सौंपा जाएगा, जिससे राज्यों को विकास कार्यों के लिए अधिक स्वतंत्रता मिलेगी।

जल जीवन मिशन को लेकर सीतारमण ने बड़ा निवेश करने का ऐलान किया, जिससे हर घर तक पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जल जीवन मिशन को 2028 तक बढ़ाया जाएगा, और इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि सभी नागरिकों को नल से पानी मिल सके। उनका जोर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और जल की उपलब्धता को सुनिश्चित करने पर रहेगा, ताकि ग्रामीण और शहरी इलाकों में पानी की समस्या का समाधान हो सके।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) का आधारभूत ढांचा बढ़ाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा, पटना में आईआईटी के विस्तार की योजना भी बनाई गई है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार होगा।

मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने निवेश करने की योजना बनाई है, जिसके तहत अगले साल 10,000 अतिरिक्त सीटों का इज़ाफा किया जाएगा, और अगले पांच सालों में 75,000 सीटों की वृद्धि की जाएगी। इसके अलावा, सरकार का उद्देश्य है कि हर जिला अस्पताल में कैंसर केंद्र स्थापित किए जाएं, ताकि नागरिकों को इलाज की सुविधाएं अधिक सुलभ हो सकें। ये कदम स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता और प्रबंधन संस्थान (NITEM) स्थापित करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य पूर्वी भारत में खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इससे न केवल किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी, बल्कि युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के बेहतर अवसर भी मिलेंगे।

सीतारमण ने यह भी बताया कि स्कूलों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, स्कूलों में लैब बनाने की योजना है, जिससे छात्रों में वैज्ञानिक सोच और प्रयोगात्मक ज्ञान विकसित हो सके। इसके साथ ही, आईईटी (इंस्टिट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप टेक्नोलॉजी) की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जो तकनीकी और उद्यमशीलता शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायक होगी। इन कदमों से शिक्षा, कौशल और रोजगार के क्षेत्र में सुधार और विकास होगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत को दुनियाभर में खिलौनों का हब बनाने की योजना है, जिससे न केवल घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इसके अलावा, उन्होंने फूड मैन्युफैक्चरिंग मिशन शुरू करने की बात की, जिसका उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को तेजी से बढ़ाना और घरेलू उद्योग को सशक्त बनाना है।

सीतारमण ने कहा कि सरकार मौसम के अनुकूल विकास के लिए प्रतिबद्ध है और क्लीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें बैट्रियों और सोलर पैनल्स का निर्माण शामिल है, ताकि भारत को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने तीसरे इंजन के रूप में निवेश को भी प्रमुखता दी, जिससे अर्थव्यवस्था में निवेश को बढ़ावा मिलेगा और लोगों में विश्वास पैदा होगा। ये कदम भारत को वैश्विक स्तर पर आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से मजबूत बनाएंगे।