Budget 2025 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश किया, जो 50,65,345 करोड़ रुपये (577 अरब डॉलर) का है। यह भारत का वार्षिक बजट है, जो अब 50 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है, और यह कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है।
भारत का बजट 8 साल में दोगुना
भारत का बजट पिछले 8 वर्षों में दोगुना हो गया है। 2018-19 में यह 24.42 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 50 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। पिछले सालों में बजट आकार में लगातार वृद्धि हुई है, और 2025-26 का बजट वित्त वर्ष 2024-25 से 7.4% अधिक है।
भारत का बजट कई देशों की जीडीपी से बड़ा
भारत का 2025-26 का बजट 577 अरब डॉलर है, जो यूएई, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसी देशों की जीडीपी से भी बड़ा है। उदाहरण के लिए, यूएई की जीडीपी 568 अरब डॉलर, सिंगापुर की 561 अरब डॉलर, ऑस्ट्रेलिया की 559 अरब डॉलर, और बांग्लादेश की 481 अरब डॉलर है, जो भारत के बजट से कम हैं।
भारत का पूंजीगत व्यय और केंद्रीय योजनाओं के लिए व्यय
भारत के केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय के लिए 11.22 लाख करोड़ रुपये का प्रस्ताव है, जिसमें सशस्त्र बलों की आवश्यकताएं, रोजगार सृजन योजनाएं, और अन्य प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, राज्यों को 25,01,284 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए जाएंगे, जो पिछले साल के मुकाबले 4.91 लाख करोड़ रुपये अधिक है।
कुल व्यय में वृद्धि
2025-26 के बजट में कुल व्यय 54.97 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें केंद्र प्रायोजित योजनाओं, अनुदान, ऋण, और सार्वजनिक संस्थाओं के संसाधन भी शामिल हैं।