आजादी के सौ साल बाद भारत की परिकल्पना का बजट है- आलोक तिवारी

केंद्र सरकार के आम बजट पर विधायक तथा भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्रकारों से की चर्चा

शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर- आजादी के सौ साल बाद भारत की परिकल्पना का यह बजट है, यह बात शनिवार को स्थानीय भाजपा जिला कार्यालय ओम कॉलोनी में पत्रकारों से चर्चा के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी ने कही। इस दौरान अशोक नगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी, नपाध्यक्ष नीरज मनोरिया, जिला महामंत्री नंद लाल यादव, जिला उपाध्यक्ष रामबाबू यादव, जिला मीडिया प्रभारी विकास रघुवंशी भी मौजूद थे।उन्होंने कहा कि यह अमृत काल का पहला लोक कल्याणकारी आम बजट है, यह गांव, गरीबों, किसानों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, शोषितों, वंचितों, दिव्यांग जनों, आर्थिक रूप से पिछड़े तथा मध्यम वर्ग के लोगों को सशक्त और सक्षम बनाने वाला बजट है।

यह ग्राम विकास कृषि विकास श्रमिककल्याण इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी क्षेत्रों सहित पूरे देश के समग्र विकास को समर्पित है। फोन कहां की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा देश के नागरिकों को सामाजिक न्याय समानता सम्मान और और समान अवसर उपलब्ध कराने वाला बजट है।

देश का 75 वां आम बजट एज ऑफ लिविंग को बढ़ाने पर जोर देने वाला बजट है यह दुनिया में सबसे तेज गति से देश को विकास की राह दिखाने वाला और भारत को सुपर इकोनॉमी पावर बनाने वाला है। ऐसे सर्व स्पर्शी सर्व समावेशी एवं देश के जन-जन और हर क्षेत्र के सर्वांगीण कल्याण के प्रति समर्पित आम बजट के लिए हम प्रधानमंत्री श्री मोदी वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं उनकी पूरी टीम का हार्दिक अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि बजट का एजेंडा नागरिकों के लिए बड़े अवसर उपलब्ध कराना, विकास और रोजगार सर्जन को मजबूत प्रोत्साहन प्रदान करना तथा व्यापक आर्थिक स्थिरता को मजबूत करना है।

इस बजट की साथ अर्थात सप्त ऋषि प्राथमिकताएं हैं, समावेशी विकास, लास्ट माइल डिलीवरी, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा और वित्तीय क्षेत्र की मजबूती है। उन्होंने कहा कि यह मैच वर्ष 2023- 24 के डेवलपमेंट का एजेंडा नहीं है बल्कि देश के लिए अगले 25 से 50 साल हेतु विकसित अर्थव्यवस्था की बुनियाद रखने वाला ब्लूप्रिंट है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बजट के माध्यम से पुरानी टैक्स व्यवस्था को खत्म करते हुए मध्यम वर्ग के नौकरी पेशा लोगों को ऐतिहासिक तोहफा दिया है अब नौकरी पेशा लोगों को 7 लाख सालाना की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा साथ ही टैक्स स्लैब को भी घटाकर पांच तक सीमित कर दिया है। कुल मिलाकर यह बजट आजादी के 100 साल भारत की परंपरा का बजट है। इसमें किसान मध्यम वर्ग महिला से लेकर समाज के सभी वर्ग के विकास की रूपरेखा है भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रही है।