स्वतंत्र समय, भोपाल
छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार सोमवार को थम गया। इस सीट पर उपचुनाव ( By-election ) के लिए बुधवार को मतदान होना है। इसके साथ ही प्रदेश की और विधानसभा सीटों पर उपचुनाव तय हो गया है। बुदनी विधानसभा सीट से पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 जून को ही इस्तीफा दे चुके हैं। विधानसभा ने इस सीट को रिक्त घोषित कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को इसकी सूचना भेज दी है।
रामनिवास के मंत्री बनने के बाद विजयपुर में By-election तय
सोमवार को विजयपुर से कांग्रेस के विधायक रहे रामनिवास रावत सोमवार को कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं। राजभवन में हुई उनकी शपथ के बाद श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर भी अब उपचुनाव ( By-election ) होना तय हो गया है। बुदनी में 18 दिसंबर के पहले उपचुनाव की प्रक्रिया पूर्ण करा ली जाएगी। माना जा रहा है कि विजयपुर में भी बुदनी के साथ ही उपचुनाव करा दिए जाएंगे। वहीं बीना को लेकर भी इस बीच स्थिति स्पष्ट हो जाती है तो वहां भी इन दोनों के साथ ही उपचुनाव हो सकते हैं। बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे भी लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के मंच पर पहुंच चुकी हैं। उनकी सदस्यता भी रद्द करने के लिए प्रदेश कांग्रेस द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र दिया जा चुका है। सदस्यता पर विवाद के चलते रामनिवास रावत के साथ वे भी मानसून सत्र में विधानसभा नहीं पहुंची थीं।
अमरवाड़ा में कमलनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर
छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट कांग्रेस खासकर पूर्व सीएम कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। ऐसे में इस उपचुनाव में कांग्रेस से ज्यादा उनकी प्रतिष्ठा दांव पर मानी जा रही है। यहां से तीन बार विधायक रहे नाथ के करीबी कमलेश शाह ने मार्च में लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा ज्वाइन कर ली थी। अब वे भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं तो कांग्रेस ने वहां के प्रसिद्ध मठ के बाबा के पुत्र धीरेन शाह को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र ङ्क्षसह, प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व सांसद नकुलनाथ सहित प्रदेश के केंद्रीय नेताओं अमरवाड़ा में रहे। वहीं भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सीएम मोहन यादव लगातार चौथे दिन भी अमरवाड़ा में सक्रिय हैं। प्रचार थमने के पहले उन्होंने रोड शो कर सभाएं लीं। भाजपा और कंाग्रेस के अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के देवराबेन भलावी भी खासी ताकत दिखा रहे हैं। इनकी मौजूदगी से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।