हत्या के मामले में BJP नेता के मैरिज गार्डन एवं दुकानों पर चला bulldozer

स्वतंत्र समय, सागर

पिछले दिनों कनेरादेव में हुई निर्मल पटेल की हत्या के मामले में आरोपी भाजपा ( BJP ) नेता मस्तराम घोषी के राजघाट रोड स्थित मैरिज गार्डन एवं दुकानों पर सोमवार को नगर निगम प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया। हालांकि जबलपुर हाईकोर्ट द्वारा जारी किए गए स्टे ऑडर्र के कारण कार्यवाही को बीच में ही रोक दिया गया। नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने बताया कि आरोपी मस्तराम घोषी ने अवैध तरीके से मैरिज गार्डन और दुकानों का निर्माण कराया था। नोटिस जारी करने के बाद सोमवार को कार्रवाई शुरू की थी। किसी भी तरह के विरोध से निपटने के लिए पुलिसबल भी मौजूद रहा।

BJP  से पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव कार्रवाई रुकवाने पहुंचे

वहीं अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान सागर के भाजपा ( BJP ) से पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव अपने बेटे सुधीर यादव और समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। पूर्व सांसद यादव ने नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री को धौंस दिखाते हुए कहा कि 65 साल राजनीति करते हो गए। ऐसा कोई पद नहीं जो देखा न हो। ऐसी मनमानी चलेगी क्या? सुप्रीम कोर्ट तक नहीं छोडूंगा आपको। व्यक्तिगत रूप से कह रहा हूं कि ऐसा आपको समझ लीजिए। जिस पर निगमायुक्त ने कहा कि कार्रवाई नियमानुसार होगी। दरअसल, भाजपा नेता और उसके साथियों पर कनेरादेव निवासी किसान निर्मल पटेल की हत्या का आरोप है। घटना 28 फरवरी को शहर के मोतीनगर थाने के कनेरादेव इलाके की है। 2 मार्च को पुलिस ने मुख्य आरोपी मझगुवां अहीर के सरपंच पति पप्पू घोषी, भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री मस्तराम घोषी और उसके परिवार के सदस्यों समेत 12 आरोपियों पर अपहरण, हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया और जांच शुरू की। बयान के आधार पर अब तक पप्पू घोषी, संजेश घोषी, मस्तराम घोषी, ऋषि घोषी, बसंत घोषी, उमेश घोषी, विजय गौंड, संतोष पटेल, सुरेंद्र गौंड, नीतेश अहिरवार, करन पटेल समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गगन घोषी फरार है। चालीसा ग्रुप के जिस ऑफिस में निर्मल से मारपीट की गई थी, उसमें लगे सीसीटीव्ही कैमरे और डीबीआर पुलिस को नहीं मिले। पूछताछ में आरोपियों ने राजघाट बांध में फेंकने की बात कही। मृतक निर्मल पटेल का आरोपियों से प्रॉपर्टी के लेनदेन का पुराना विवाद था।

डरा-धमकाकर करा दिया था अंतिम संस्कार

पुलिस को कनेरादेव में दो पक्षों झगड़े की सूचना मिली थी। गांव जाकर ग्रामीणों से पूछताछ की। पता चला कि निर्मल की मौत हुई है। पुलिस ने मृतक के बड़े भाई धनीराम पटेल से पूछताछ की। उसने बताया कि कनेरादेव के ही पप्पू घोषी ने भाई को अपने चालीसा बिल्डर ग्रुप के ऑफिस बुलाकर मारपीट की। उसे छोडऩे के लिए परिवार से पैसे मंगवाए। हमने सवा लाख रुपए दिए। पप्पू और उसके साथियों ने लात घूंसों, डंडों से पीटकर निर्मल की हत्या कर दी। हम लोगों को डराया धमकाया। इस वजह से पुलिस को बिना बताए अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक के परिजन डॉक्टर और पुलिस के सामने मारपीट को लेकर मुंह न खोलें इसलिए उन्हें डराकर रखने के लिए एक आरोपी को भी अस्पताल भेजा गया था। जब डॉक्टर ने पूछा तो परिजन ने सीढिय़ों से गिरने के बाद बेहोश होने की बात कही। इसके बाद शव घर ले गए। पूरे समय एक आरोपी साथ रहा। उसने धमकाया कि यदि पोस्टमॉर्टम कराया और पुलिस को सूचना दी तो परिवार को जान से मार देंगे। उसी ने अंत्येष्टि की तैयारी कराई। अंत्येष्टि होने के बाद वारदात को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई।