कोर्ट में बयान से पलटे व्यापारी, चारों पुलिसकर्मियों सहित सभी आरोपी बरी

स्वतंत्र समय, ग्वालियर

ग्वालियर पुलिस के चार जवान सहित 6 आरोपियों को ट्रेन में झांसी के तीन व्यापारियों से राजस्थान क्राइम ब्रांच बनकर 60 लाख रुपए लूट के मामले में कोर्ट से बरी कर दिया गया है। घटना 17 जून 2021 की है। कोर्ट में व्यापारी अपने बयान से पलट गए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने लूट नहीं बल्कि बैग गुम होने की शिकायत की थी। व्यापारियों के बयानों से पलटने के बाद चार पुलिसकर्मी सहित सभी छह आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है।

ऐसे समझिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश झांसी के बड़ा बाजार निवासी सराफा व्यापारी 42 वर्षीय राकेश पुत्र शंकरलाल अग्रवाल का काम स्थानीय सराफा बाजार के व्यापारियों से रुपए लेकर दिल्ली से उनको डिजाइनर ज्वेलरी लाने का हैं। जिस पर उनका फिक्स कमीशन होता है। उनके साथ ही सागर अग्रवाल और संजय गुप्ता भी यही काम करते हैं। बीते 25 साल से वह इस व्यवसाय में है। 17 जून 2021 को यह तीनों झांसी से दिल्ली जाने के लिए जबलपुर.निजामुद्दीन एक्सप्रेस ;ट्रेन नंबर.02181 में सवार हुए। दो बैग में 30.30 लाख रुपए रखे हुए थे। वह ट्रेन के कोच.2 की सीट नंबर.1ए15ए9 पर सफर कर रहे थे।
डबरा निकलते ही चार लोग इनके पास आए। उनको तीनों व्यापारियों के नाम पता था। नाम लेकर उन्होंने तीनों व्यापारियों को बुलाया। चारों युवकों ने खुद को राजस्थान क्राइम ब्रांच का जवान और अफसर बताया। साथ ही बताया कि सूचना मिली आप लोग हवाला का पैसा यहां से वहां करते हो। व्यापारी घबरा गए। चारों युवकों ने उनसे उनके तीनों बैग छीन लिए। दो बैग में करीब 60 लाख रुपए मिले, जबकि एक खाली था।
बैग को जब्त कर चारों युवक ग्वालियर स्टेशन के पास अगले कोच में चले गए। व्यापारियों से कहा पूरी जांच के बाद रुपए मिलेंगे। आगे आखिरी कोच में अफसर बैठे हैं वहां आ जाना। घटना से व्यापारी घबरा गए। रुपयों का कोई रिकॉर्ड उनके पास नहीं था। इसके बाद वह दिल्ली पहुंचे और लौटकर झांसी आकर मामले की सूचना व्यापारियों को दी। वहां झांसी पुलिस ने ग्वालियर पुलिस को सूचना दी गई। इसमें क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी। जब चार आरोपी हाथ आ गए तो शनिवार 3 जुलाई को जीआरपी ग्वालियर में मामले की एफआईआर दर्ज की गई है।