सेवा से हम ईश्वरीय विधान के अनुपालन में योगदान देते हैं: जगदीश यादव

श्री राधे पर्यावरण महिला मंडल द्वारा सेवा भाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया

शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर। निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा कर हम ईश्वरीय विधान के अनुपालन में योगदान देते हैं। उक्त आशय के विचार शनिवार को नए बस स्टैंड के समीप स्थित श्री प्रेम सागर विद्या मंदिर में नेहरू युवा केंद्र के तत्वाधान में श्री राधे पर्यावरण महिला मंडल द्वारा आयोजित सेवा भाव कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी एवं प्राचार्य जगदीश यादव द्वारा व्यक्त किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष उर्मिला यादव ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन कुमारी मधु यादव ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सेवा भाव हमारे संस्कारों में शामिल है। हमें बिना किसी स्वार्थ के निर्धन, असहायों, जरूरतमंद लोगों, बुजुर्गों की सेवा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सेवा हमारे लिए सामाजिक एवं धार्मिक रूप में हो सकती है। इसलिए सेवा को सभी धर्म ग्रंथों में पुण्य कर्म बताया गया है।

इस दौरान मंडल अध्यक्ष उर्मिला यादव ने कहा कि जन सेवा एवं अपने बड़ों की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं आप अपने माता पिता की सेवा के साथ ही जीवन को लक्ष्य मय बना सकते हैं। इस अवसर पर पूर्व एन वाय वी मधु यादव द्वारा सेवा भाव बनाए रखने के लिए उपस्थित जनों को शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान जगदीश लहरी शिक्षक सिमरन साहू गुंजा यादव सहित जन अभियान नगर विकास समिति वार्ड 6 के सदस्य एवं युवा जन उपस्थित रहे।