मध्यप्रदेश की राजनीति में मंगलवार, 20 मई का दिन ऐतिहासिक रहा, जब राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक पहली बार इंदौर के राजवाड़ा में आयोजित की गई। यह बैठक राजवाड़ा के गणेश हॉल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आरंभ हुई, जहां प्रदेश के विकास से जुड़े कई अहम मसलों पर विचार-विमर्श हो रहा है।
भोपाल-इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन बिल पर चर्चा
बैठक में भोपाल-इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन बिल समेत अन्य नीतिगत प्रस्तावों पर गंभीर चर्चा की जा रही है। इस बैठक को विकसित मध्यप्रदेश की दिशा में एक और ठोस कदम माना जा रहा है, जिसमें शहरी विकास और अधोसंरचना विस्तार जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
राजवाड़ा की ऐतिहासिक विरासत में गूंजी कैबिनेट की गूंज
इंदौर के राजवाड़ा की ऐतिहासिक दीवारें एक बार फिर सरकारी निर्णयों की साक्षी बनीं। साल 1945 में यहां होल्कर परिषद की बैठक आयोजित की गई थी और अब लगभग 80 साल बाद प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक उसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है।
होल्कर साम्राज्य की गरिमा में सजी नई कैबिनेट बैठक
राजवाड़ा न सिर्फ इंदौर का गौरव है, बल्कि यह होल्कर साम्राज्य की प्रशासनिक और सांस्कृतिक धरोहर भी है। शासक यहीं पर दरबार लगाते थे और राज्य के लिए बड़े निर्णय लेते थे। 20 मई की बैठक ने उसी गौरवशाली इतिहास को वर्तमान प्रशासन से जोड़ा है।