सीताराम ठाकुर, भोपाल/नई दिल्ली
पीएम मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की तैयारी के बीच मंत्रिमंडल कैबिनेट ( Cabinet ) की माथापच्ची भी चल रही है। भाजपा इस बार अकेले बहुमत हासिल नहीं कर पाई, इसलिए सहयोगी पार्टियों की भी सुननी होगी। पहले दोनों सहयोगी नीतीश और चंद्रबाबू नायडू की डिमांड पूरी करनी होगी। फिर अपने सांसदों को एडजस्ट करना होगा। इसके लिए भाजपा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और गुजरात से मंत्री कम कर सकती है। इधर मध्यप्रदेश से भी कैबिनेट में शिवराज, सिंधिया, वीडी, हिमाद्री, सोलंकी के नाम शामिल करने की चर्चा है।
Cabinet में शिवराज को मिल सकती है स्पीकर की जिम्मेदारी
इधर, मप्र से भी कैबिनेट ( Cabinet ) में पांच मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। वहीं, सीनियर सांसद होने के नाते शिवराज को स्पीकर की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। माना जा रहा है कि टीडीपी को 4, जेडीयू को 3, एलजीपी और शिवसेना को 2-2 मंत्री पद मिल सकते हैं। हालांकि, नीतीश ने 4 कैबिनेट और एक राज्यमंत्री पद की डिमांड रखी है। खबर हैं कि भाजपा के बाद एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी टीडीपी और जेडीयू स्पीकर के पद साथ वित्त मंत्रालय मांग रहे हैं। इसकी वजह है कि जांच एजेंसी ईडी वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आती है। हालांकि, भाजपा के सूत्र बता रहे हैं कि रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मंत्रालय भाजपा अपने पास ही रखेगी। ये फैसला पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर हुई बैठक में लिया गया है। भाजपा स्पीकर का पद भी अपने पास रखेगी। साथ ही चुनाव जीतने वाले अधिकांश मंत्री रिपीट हो सकते हैं।
मध्यप्रदेश से पांच मंत्री बनाए जाने की संभावना
लोकसभा चुनाव में भाजपा को सभी 29 सीटें दिलाने वाले मप्र से केंद्र में पांच मंत्री बनाए जाने की संभावना है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को जहां बड़ी भूमिका मिल सकती है, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को महत्वपूर्ण विभाग दिया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भी केंद्र में मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, क्योंकि भाजपा को 2023 के विधानसभा चुनाव में 163 सीटें दिलाने सहित लोकसभा में सभी 29 सीटें जिताने की पीछे शर्मा की रणनीति को अहम माना जा रहा है। इसके साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा वीरेंद्र कुमार को इस बार मंत्री नहीं बनाया जाएगा। इन्हें आयोग में एडजस्ट किए जाने की चर्चा है। इनके स्थान पर आदिवासी कोटे से आने वाले सांसद सुमेर सिंह सोलंकी तथा महिला कोटे से हिमाद्री सिंह का नंबर लग सकता है, वे तीसरी बार चुनाव जीती हैं। उधर, पार्टी ने विधानसभा चुनाव के समय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ,प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते की मप्र में वापसी करते हुए इन्हें विस चुनाव लड़ाया था, लेकिन फग्गन सिंह चुनाव हार गए थे, जबकि तोमर और पटेल चुनाव जीतने के बाद स्पीकर और मोहन कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं।
वित्त मंत्रालय को लेकर भी खींचतान
वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी निर्मला सीतारमण की जगह पीयूष गोयल को दी जा सकती है। हालांकि, अभी मंत्रियों का पोर्टफोलियो तय नहीं हुआ है। नई कैबिनेट में तीन महिला मंत्री भी शामिल की जा सकती हैं। इनमें दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज को राज्यमंत्री बनाया जा सकता है। ओडिशा से अपराजिता सारंगी के कैबिनेट में आने की पूरी संभावना है। वहीं, मप्र से हिमाद्री सिंह का नाम सामने आया है। मप्र में सांसद के नाते हिमाद्री की छवि बेहतर बताई गई है।
फोन कॉल को पहले वैरीफाई करें फिर शपथ के लिए कपड़े सिलवाएंं सांसद
नए मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए चल रही दौड़धूप और अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा सांसदों को सचेत कर दिया है। संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी नए-पुराने सांसदों को आगाह करते हुए कहाकि आपके पास यदि मंत्री बनाए जाने के संबंध में फोन कॉल आए तो उत्साह में न डूब जाएं। पहले इस कॉल को वैरीफाई कर लें कि फोन आया कहां से था। उसके बाद ही शपथ की तैयारी करें। ऐसा न हो आप फोन आते ही शपथ के लिए कपड़े सिलवा लें और घर वालों को बुला लें। बाद में मालूम पड़े कि फोन कॉल ही फर्जी था। आजकल ऐसा बहुत चल रहा है। पीएम की इस बात की सभी सांसदों में खासी चर्चा रही और मंत्री पद के लिए लगाई जा रहीं अटकलों के जवाब में सभी एक दूसरे को पीएम की इसी बात की दुहाई देते रहे।