Indore: इंदौर में प्रदेश का पहला शहर बनेगा जहाँ केबल कार सिस्टम (ऊपरी हवा में) का उपयोग शुरू होगा। इंदौर वाराणसी मॉडल का अध्ययन करेगा जिसके बाद इसे लागू किया जाएगा। यह परियोजना विकास एजेंसी के द्वारा संचालित की जाएगी। इंदौर में पहले से ही सभी मुख्य रूटों पर सिटी बसें चल रही हैं, सुपर कॉरिडोर मेट्रो भी राजबाड़ा और स्टेशन तक लाने की योजना है। BRTS पर एलिवेटेड कॉरिडोर भी तैयार किया जा रहा है, फिर केबल कार को इंदौर में चलाने की क्या वजह है?
इंदौर में केबल कार लाने के पीछे की वजह
शहर का विस्तार तेजी से हो रहा है और ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है।
पुराने शहर के दुकानों और बाजारों में भीड़ बढ़ रही है, जहाँ सिटी बस और मेट्रो का प्रयोग करना चुनौतीपूर्ण है।
केबल कार लोगों को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाएगी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उपलब्धता से सड़कों पर दबाव कम होगा।
केबल कार का उपयोग भूमि पर नहीं होता है, इसलिए यह प्रदूषण को भी कम करेगा।
इंदौर के लिए वाराणसी और विदेशी केबल कार मॉडल का अध्ययन
वाराणसी में केबल कार प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है, और इस प्रोजेक्ट की स्टडी भी इंदौर के लिए की जा रही है। केबल कार का निर्माण करने की अन्य जगहों की भी स्टडी की जा रही है ताकि विकास एजेंसी को सही मॉडल चुनने में सहायता मिले।
वाराणसी में भारत में पहला रोप-वे प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है, जिसमें केबल कार का उपयोग हो रहा है। यह प्रोजेक्ट वाराणसी के प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ेगा और स्थानीय लोगों को भी सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा, केबल कार के केबिनों का विशेष डिज़ाइन और गर्मी और ठंड में आराम देने वाली सुविधाएं हैं।