केप्री ग्लोबल कैपिटल लिमिटेड, जो देश की प्रमुख नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी केप्री लोन्स के नाम से जानी जाती है, ने प्रयागराज के महाकुंभ मेला 2025 में एक आकर्षक और वाइब्रेंट वॉल म्युरल पेंटिंग का उद्घाटन किया। यह म्युरल गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम के नजदीक लगाया गया है, जो न केवल एक सांस्कृतिक प्रतीक है, बल्कि लाखों तीर्थयात्रियों और दर्शकों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक लैंडमार्क भी बन चुका है। यह कला कृति महाकुंभ के आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व का सम्मान करती है, और मेले में आने वालों को प्रेरणा देने का कार्य करती है।
‘सपनों का संगम’: म्युरल में प्रगति और आशा की कहानी
इस म्युरल का नाम ‘सपनों का संगम’ रखा गया है, जो बदलाव, संघर्ष और कभी हार न मानने के जज़्बे की प्रेरक कहानी बताता है। इस कला कृति में कुम्हार द्वारा मिट्टी को आकार देने, अपने बच्चे को प्रोत्साहित करने वाली माँ, और अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करने वाले लोगों की खूबसूरत कहानियाँ समाहित हैं। साथ ही, यह गोल्ड लोन, होम लोन और MSME लोन जैसी केप्री लोन्स की सेवाओं के माध्यम से ग्राहकों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए साथ देने के दृढ़ संकल्प को भी प्रदर्शित करता है।
स्थानीय कला की झलक और सांस्कृतिक धरोहर
प्रयागराज के त्रिवेणी संगम के समान, इस म्युरल का डिज़ाइन भी अलग-अलग सपनों और अरमानों के संगम को दर्शाता है। कला की बारीकियों और आकर्षक रंगों से सजा यह म्युरल स्थानीय कला और सांस्कृतिक विरासत को खूबसूरती से प्रस्तुत करता है। यह समृद्ध स्थानीय कला और सामुदायिक भावना के साथ-साथ एक उज्जवल भविष्य की अनगिनत संभावनाओं को भी प्रकट करता है।
राजेश शर्मा का संदेश: एकजुटता और संघर्ष का सम्मान
केप्री ग्लोबल के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री राजेश शर्मा ने इस पहल के बारे में कहा, “महाकुंभ मेला केवल एक आयोजन नहीं है; यह आस्था, एकता और परम सत्य की खोज के लिए एक जीवित उदाहरण है। हम इस वॉल म्युरल के माध्यम से उन सभी लोगों के सपनों और उनकी कभी न हार मानने की भावना को सलाम करते हैं, जो हमारे ग्राहक हैं। यह दर्शाता है कि हम उनके भविष्य के इस सफर में एक साझीदार हैं, और हम परंपरा और रचनात्मकता को जोड़कर, एक ऐसा लैंडमार्क बना रहे हैं, जो लोगों को एकजुट करने के साथ-साथ उनका हौसला बढ़ाए।”
महाकुंभ मेला 2025: ऐतिहासिक अवसर और आध्यात्मिक समागम
महाकुंभ मेला, जो हर 12 साल में आयोजित होता है, दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है। 2025 में इस मेले में दुनिया भर से 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। यह आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगा, जहां लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने के लिए एकजुट होंगे। केप्री लोन्स का यह अनोखा म्युरल इस ऐतिहासिक समागम में आने वाले लोगों के दिलों में अपनी अमिट छाप छोड़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।