गौमूत्र से बने “प्राकृतिक फिनाइल” से होगी इंदौर में जैन स्थानकों की सफाई, गायों के संरक्षण में एक अभूतपूर्व पहल
कांवड़ यात्रा तपस्या है, जिसमें हम अपनी इच्छाओं, क्रोध, और अहंकार को छोड़ करते है शिव का जलाभिषेक – कृष्णा गुरूजी