CBSE 10th 12th Exam 2025 Alert: सीबीएसई ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी हैं, जिसके अनुसार इस बार परीक्षार्थियों को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा देनी होगी। परीक्षा केंद्र के रूप में केवल उन्हीं स्कूलों का चयन किया जाएगा, जहां प्रत्येक कक्ष में उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, अभी तक परीक्षाओं की डेटशीट जारी नहीं की गई है, लेकिन परीक्षाएं फरवरी 2025 से शुरू होने की संभावना है।
सीबीएसई ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। पहली बार, सभी परीक्षा केंद्रों के कक्षों में उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया गया है। यह निर्णय पिछली कुछ परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए लिया गया है, ताकि परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जा सके। इस बार नकल रोकने के लिए भी विशेष ध्यान दिया गया है, क्योंकि सीसीटीवी निगरानी से परीक्षार्थियों पर सख्त नजर रखी जाएगी। साथ ही, 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया भी जारी है, और सीबीएसई ने मुख्य परीक्षाओं के लिए गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं।
सीबीएसई की नई गाइडलाइन के अनुसार, परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा को और अधिक सख्त किया गया है। हर परीक्षा कक्ष के साथ ही प्रवेश और निकास द्वार, तथा परीक्षा डेस्क पर सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे। कैमरों को इस तरह से स्थापित किया जाएगा कि सभी छात्र पूरी परीक्षा के दौरान सीसीटीवी की निगरानी में रहें। इसके अलावा, सभी छात्रों और कर्मचारियों को परीक्षा केंद्र पर कैमरों की उपस्थिति के बारे में पहले से सूचित किया जाएगा। इसके लिए परीक्षा केंद्रों पर सूचना नोटिस भी चस्पा किया जाएगा। यह कदम नकल और अन्य अनियमितताओं को रोकने के लिए उठाया गया है, ताकि परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जा सके।
सीबीएसई की नई गाइडलाइन के अनुसार, हर परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य होगा। ये कैमरे उच्च गुणवत्ता के होंगे, ताकि आवश्यक होने पर किसी एक परीक्षार्थी पर जूम कर उनकी निगरानी की जा सके। कैमेरों को इस तरह से स्थापित किया जाएगा कि वे बड़े क्षेत्रों को कवर कर सकें और सभी परीक्षा डेस्क और बैठने की व्यवस्था पर नजर रख सकें। इसके अलावा, कैमरे कम रोशनी में भी बेहतर कवरेज प्रदान करने में सक्षम होंगे। सभी कैमरे डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) या एनवीआर (नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर) से जुड़े रहेंगे, और हार्ड ड्राइव की क्षमता अधिक होगी, ताकि रिकॉर्डिंग को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सके। इसके साथ ही, फुटेज की निगरानी के लिए उच्च गुणवत्ता का मॉनिटर भी उपलब्ध होगा। यह सब परीक्षाओं के दौरान अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।