सुबह लगभग 6 बजकर 23 मिनट पर सांवेर रोड स्थित बीएसएफ के रेवती रेंज में 11 लाख पेड़ – पौधे लगाने का सिलसिला हो गया था। इस महोत्सव को शहर वासियों में जमकर उत्साह दिखा. बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण रेवती रेंज का मैदान के चारों तरफ कीचड़ ही कीचड होने के बाद भी पर्यावरण प्रेमियों ने सुबह-सुबह पहुंच कर वृक्षरोपण शुरू किया। एक तरफ वृक्षारोपण का सिलसिला चल रहा था तो दूसरी तरफ वहां आए लोगों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की जा रही थी। वृक्षारोपण के लिए रेवती रेंज पर हर वर्ग का व्यक्ति पौधों के साथ दिखाई दे रहा था और जिसे जहां जगह मिल रही थी वहां पर पौधारोपण किया जा रहा था। हाथों में पौधे और चेहरे पर खुशी यह दर्शा रही थी कि इंदौर के लोग, जिस तरह से इंदौर को क्लीन सिटी बनाया उसी तरह इंदौर को ग्रीन सिटी बनाएंगे।
अभियान से पहले भूमि पूजन किया कैलाश विजयवर्गिय ने
वृक्षारोपण स्थल पर नगरी प्रशासन मंत्री और इस महा अभियान के सूत्रधार कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव समेत भाजपा के नेता कलेक्टर – कमिश्नर समेत समस्त प्रशासनिक अफसर
पूरी तरह से व्यवस्था में जुटे हुए है। बच्चा रोपण शुरू होने से पहले कैलाश विजयवर्गीय ने विधि विधान के साथ मंत्रो के साथ का जाप करते हुए भूमि पूजन किया। सात पंडितों की टीम ने पूजन करवाया. पूजन में कैलाश विजयवर्गी के साथ महापौर, कलेक्टर वह अन्य नेता मौजूद थे. पूजन के बाद कुछ महिलाओं ने शंख बजा कर इस महा अभियान का श्री गणेश किया। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता जा रहा था शहर वासियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के रेवती रेंज पर आने के लिए पुलिस प्रशासन ने तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। वह सड़क मार्ग से रेवती रेंज जाएंगे। अमीषा जीत स्थान पर वृक्षारोपण करेंगे उस स्थान को सुरक्षित कर दिया गया है. पौधा लगाकर जल अर्पित करेंगे।
कोई 500 तो कोई 300 पौधे लगा रहा है
भाजपा के बड़े नेता से लेकर कार्यकर्ता तक रेवती रेंज पर आए लोगों के लिए खाने-पीने और चाय नाश्ते की व्यवस्था में जुटे हुए है..
इंदौर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए ज्यादा से लोग वृक्षारोपण करने में जुटे हुए है। इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि हर व्यक्ति पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर यहां आया है.। 11 लाख पौधे का लक्ष्य पूरा करने के लिए कोई कोई 500 पौधे लगा रहा है तो कोई 300 पौधे लगा रहा तो कोई 100 पौधे लगा रहा है। एक तरह से रेवती रेंज पर पर्यावरण मेला लगा हुआ है।
गड्डा, पौधा, पोहा और भोजन सब तैयार है
वर्ल्ड रिकार्ड बनाने वाले इस आयोजन का मेनेजमेंट देखने लायक है। एक पहाड़ी सहित बड़ा मैदानी इलाके में 11 लाख पौधे लगाना आसान काम नहीं है। पौधों की व्यवस्था, गड्ढे खोदने की चुनौती और उससे भी बढ़ कर लोगों को जोड़ने की जिम्मेदारी। महज 46 दिन में अथक परिश्रम के साथ इस काम को अंजाम पर पहुंचा दिया। इसमे कोई शक नहीं कि आने वाले दिनों में मेनेजमेंट के स्टूडेंट के स्टूडेंट सबक भी सीखे। विशेषज्ञों की मदद से रेवती रेंज को 9 जोन में विभाजित किया और फिर इन जोन को सौ सब जोन में बांटा गया। गड्ढों की टैगिंग की गई जिस पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। दक्षिण भारत सहित देश के अन्य राज्यों से पौधे बुलवाए गए। गड्ढे करने के लिए श्रमिकों की बड़ी टीम मौके पर तैनात की गई। इतना बड़ा आयोजन और कही कोई आपाधापी नहीं नजर आ रही। प्रशासन और नगर निगम की टीम के साथ टीम विजयवर्गीय बेहतर तालमेल के साथ हर व्यवस्था को अंजाम दे रही है। हर एक व्यवस्था पर मंत्री विजयवर्गीय नजर रखे हुए है और उनके साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव पूरे समय हर निर्देश का पालन करवाते जा रहे है। साथ ही मंत्री तुलसीराम सिलावट भी हर व्यवस्था में सहयोग कर रहे है।सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाना है
टीम विजयवर्गीय में शामिल हर व्यक्ति के पास अपनी अपनी जिम्मेदारी है। इससे इतर उन्हें दूसरा कोई काम ना तो करना है और ना ही दूसरे क्षेत्र में झांकना है। एमआईसी सदस्य राजेंद्र राठोर के जिम्मे पौधों की देश भर से व्यवस्था करना है। कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी एमआईसी सदस्य राजेश उदावत के हाथ में है, इन्हीं के साथ गिनीज बुक आॅफ रिकार्ड की टीम कॉआर्डिनेट करेंगी। एमआईसी नंदकिशोर पहाड़िया, निरंजन सिंह चौहान जोन के प्रभारी है। अश्विन शुक्ला के जिम्मे सफाई व्यवस्था और मनीष मामा को गीत संगीत वाले आयोजन की जिम्मेदारी सौपी गई है। पूर्व विधायक संजय शुक्ला भोजन व्यवस्था के प्रभारी है। इस व्यवस्था में पूर्व विधायक जीतू जिराती, विशाल पटेल, जयदीप जैन अलग अलग भोजन पांडाल के प्रभारी नियुक्त किए गए है।
नाश्ता और भोजन का माकूल इंतजाम
रेवती रेंज पर पौधारोपण करने के लिए आने वाले नागरिकों के लिए भोजन और नाश्ते की व्यवस्था का भी खास इंतजाम है। नागरिकों की सुविधा के लिए चार जोन में भोजन व्यवस्था विभाजित की गई है। भोजन के लिए जो पंडाल बनाए गए हैं उनमें से हर पंडाल के पास में एक रसोई घर भी बनाया गया है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए सुबह जल्दी आ जाने वाले नागरिकों के लिए नाश्ते में पोहे और आलूबड़े रखे गए हैं। इसके बाद में भोजन शुरू हो जाएगा, जो की शाम तक निरंतर चलता रहेगा। भोजन में नागरिकों के लिए पूरी, सब्जी, सेंव, लोंजी, खिचड़ी और मोती पाक रखा गया है।