बजट के बाद लोकसभा और राज्यसभा का माहौल गर्म है। विपक्ष बजट को भेदभाव से भरा हुआ बता रहा है और लगातार सरकार के खिलाफ हमला कर रहा है। वहीं सरकार भी जमकर विपक्ष के सवालों का जवाब दे रही है। कल बुधवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने भारी हंगामा-नारेबाजी की। हंगामे के बाद विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट भी कर लिया था। सदन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुआ। लोकसभा में प्रश्नकाल में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही को आज तक के लिए रद्द कर दिया।
किरेन रिजीजू ने विपक्ष पर साधा निशाना
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू ने विपक्ष पर साधा निशाना । उन्होंने बताया कि विपक्ष के नेताओं ने पीएम मोदी को गाली दी। विपक्ष ने बजट के बारे में चर्चा नहीं की। विपक्ष ने जनता के जनादेश का अपमान किया है। ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
कांग्रेस सांसद ने दिया स्थगन प्रस्ताव
संसद के बजट सेशन के तीसरे दिन कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने हाल की रेल दुर्घटनाओं के मुद्दे पर बातचीत के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।
वित्त मंत्री ने विपक्ष के आरोपों को किया खारिज
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने बताया कि बजट भाषण में राज्यों का नाम न लेने का मतलब यह नहीं है कि उन्हें नजरअंदाज किया गया है। बजट पेश करने में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया, लेकिन हाल में कैबिनेट ने 76 हजार करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह परियोजना को सहमति दी है। इसी तरह कई बाकि राज्यों में भी बड़े प्रोजेक्ट को सहमति मिली है। खरगे ने सभापति को बताया – माताजी (वित्त मंत्री) बोलने में एक्सपर्ट हैं। इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया कि वह माताजी नहीं, आपकी बेटी की उम्र के बराबर हैं।
लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित।
“कई मुद्दे हम ऐसे बातचीत में लाते हैं जिस मुद्दे को किसी पक्ष को नहीं लाना चाहिए। हमें सदन के नेता या किसी माननीय सदस्य के बारे में बिना प्रमाण के बातों को नहीं कहना चाहिए- लोक सभा में स्पीकर”।