Kedarnath में 14 दिनों में ही दर्शनार्थियों की संख्या चार लाख के पार

स्वतंत्र समय, रुद्रप्रयाग

भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ ( Kedarnath ) में कपाटोद्घाटन के बाद सिर्फ 14 दिनों में ही दर्शनार्थियों की संख्या 4 लाख के पार हो गई है। बृहस्पतिवार को धाम में कुल 32652 शिव भक्तों ने गर्भगृह से बाबा केदार के दर्शन किए। वहीं, कपाट खुलने के बाद से अभी तक दर्शनार्थियों की कुल संख्या 424224 पहुंच गई है। इधर, सोनप्रयाग से 18774 श्रद्धालु पैदल मार्ग से धाम के लिए रवाना हुए। जबकि दर्शन कर 13 हजार से अधिक श्रद्धालु वापस लौटे। पंच केदार में प्रमुख केदारनाथ धाम में इस वर्ष श्रद्धा, भक्ति का उल्लास अपने चरम पर है। कपाट खुलने के दिन से धाम में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है।

Kedarnath में प्रतिदिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालु कर रहे दर्शन

केदारनाथ ( Kedarnath ) में श्रद्धालुओं की भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 17 से 23 मई तक सात दिनों में ही धाम में रिकार्ड 2 लाख 40 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं, जो नया रिकार्ड है। पिछले कई दिनों से धाम में प्रतिदिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में जून महीने में पांच दिन तक प्रतिदिन दर्शनार्थियों की संख्या 30 हजार तक बनी थी। वहीं, वर्ष 2022 और 2023 में पूरे यात्राकाल में रिकार्ड दर्शनार्थियों की संख्या के बावजूद प्रतिदिन दर्शन करने वालों की संख्या 16 से 18 हजार के बीच बनी रही। लेकिन, इस बार, केदारनाथ में उमड़ रही भीड़ से कई रिकार्ड बना रही है। कपाटोद्घाटन पर जहां 29030 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे, जो यात्रा के इतिहास में नई शुरूआत थी। बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह का कहना है कि इस वर्ष केदारनाथ में श्रद्धालुओं की भीड़ अप्रत्याशित है। सिर्फ 14 दिन में दर्शनार्थियों की संख्या 4 लाख 24 हजार 242 पहुंच चुकी है। यही स्थिति रही तो इस माह के आखिर तक दर्शनार्थियों का आंकड़ा आठ लाख से अधिक पहुंचने की उम्मीद है।

23 घंटे तक खुल रहा केदारनाथ मंदिर

श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि केदारनाथ में उमड़ रही भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर को 23 घंटे तक खुला रखा जा रहा है। सुबह 4 बजे कपाट खोले जा रहे हैं। पूजा-अर्चना व अन्य धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के बाद सुबह 5 बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं। अपराह्न 3 बजे बाबा केदार को बाल भोग लगाया जा रहा है, जिस कारण आधा घंटे मंदिर को बंद किया जा रहा है। गर्भगृह की साफ-सफाई के बाद 3.30 बजे मंदिर में पुन: भक्तों को धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं जो सांय 7 बजे तक हो रहे हैं। इसके बाद बाबा केदार की सांयकालीन आरती हो रही है और 7.30 बजे से श्रृृंगार दर्शन शुरू हो रहे हैं, जो रात्रि 11 बजे तक हो रहे हैं। इसके बाद, मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना व पाठ किए जा रहे हैं, जिसमें भक्तों की ऑनलाइन व ऑफलाइन पूजाएं शामिल हैं, संपादित की जा रही हैं, जो सुबह 4 बजे तक हो रही है।