छठ पूजा केवल भारत का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में बसे भारतीयों और नेपाली समुदाय के लिए आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बन चुका है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भक्ति और अनुशासन के साथ मनाया जाता है। आज के समय में यह त्योहार सीमाओं को पार कर फिजी से लेकर अमेरिका तक भारतीय संस्कृति की पहचान बन गया है।
टाइम ज़ोन के आधार पर सबसे पहले कहां शुरू होती है छठ पूजा?
चूंकि छठ पूजा सूर्य की उपासना से जुड़ी है, इसलिए इसका आरंभ हर देश में टाइम ज़ोन (समय क्षेत्र) के अनुसार अलग-अलग समय पर होता है। सबसे पहले यह पर्व फिजी और न्यूज़ीलैंड में शुरू होता है, क्योंकि ये देश पृथ्वी पर सबसे आगे के टाइम ज़ोन (UTC +12 से +13) में आते हैं।
भारत का टाइम ज़ोन UTC +5:30 है, यानी न्यूज़ीलैंड में छठ पूजा भारत से लगभग 6.5 से 7.5 घंटे पहले शुरू हो जाती है। यहां बसे भारतीय और नेपाली समुदाय के लोग पारंपरिक व्रत रखते हैं, सूर्य अर्घ्य देते हैं और अपने परिवार की खुशहाली की कामना करते हैं।
ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी गूंजती छठ की आस्था
फिजी और न्यूज़ीलैंड के बाद छठ पर्व की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में होती है। ऑस्ट्रेलिया का टाइम ज़ोन UTC +8 से +11 के बीच आता है। यहां भारतीय प्रवासी बड़ी श्रद्धा से नदी, झील या समुद्र किनारे अर्घ्य अर्पित करते हैं।
इसके बाद क्रम आता है इंडोनेशिया, मलेशिया और जापान का, जहां का टाइम ज़ोन UTC +7 से +9 के बीच है। इन देशों में बसे भारतीय और नेपाली समुदाय इस पर्व को अपनी सांस्कृतिक पहचान के रूप में मनाते हैं और अगली पीढ़ी तक इसकी परंपरा पहुंचा रहे हैं।
भारत और नेपाल छठ पूजा के प्रमुख केंद्र माने जाते हैं। भारत का टाइम ज़ोन UTC +5:30 और नेपाल का UTC +5:45 है। इन दोनों देशों में यह पर्व चार दिनों तक चलता है — नहाय खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य के रूप में।
लाखों श्रद्धालु घाटों पर एकत्र होकर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। यह पर्व सूर्य देव और छठी मइया की पूजा के साथ-साथ परिवार की सुख-समृद्धि और संतानों के कल्याण के लिए मनाया जाता है।
दूर देशों में भी गूंजता है ‘छठ मइया’ का जयकारा
भारत और नेपाल के अलावा यह पावन त्योहार यूएई, सिंगापुर, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी मनाया जाता है। खास बात यह है कि मॉरीशस में छठ पूजा के दिन सार्वजनिक अवकाश (Public Holiday) घोषित किया जाता है — जो भारतीय संस्कृति के प्रभाव को दर्शाता है। वहीं, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में ठंड के बावजूद श्रद्धालु खुले जल स्रोतों पर पूजा करते हैं।
अंत में अमेरिका और कनाडा में होता है पर्व का समापन
टाइम ज़ोन के अनुसार, छठ पूजा का आखिरी पड़ाव अमेरिका और कनाडा हैं। यहां का टाइम ज़ोन UTC -5 से -8 के बीच होता है। जब भारत में उषा अर्घ्य (सूर्योदय का अर्घ्य) दिया जा चुका होता है, तब अमेरिका और कनाडा में यह पर्व शुरू होता है।
भले ही वहां का मौसम ठंडा हो, लेकिन श्रद्धा और परंपरा की गर्माहट लोगों को एक साथ जोड़ देती है। भारतीय समुदाय यहां घाट, तालाब या कृत्रिम जलाशयों के किनारे पारंपरिक विधि से पूजा करता है।
सूर्य उपासना के माध्यम से जुड़ी विश्व संस्कृति
छठ पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता और मातृशक्ति के सम्मान का प्रतीक भी है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखकर उगते और डूबते सूर्य को जल अर्पित करते हैं, जिससे प्रकृति, सूर्य और मानव के बीच का सामंजस्य झलकता है।
यह पर्व इस बात का भी प्रतीक है कि चाहे इंसान दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो, अपनी जड़ों, परंपराओं और संस्कृति से हमेशा जुड़ा रहता है।