भोपाल में ताकत दिखाकर छिंदवाड़ा में सक्रिय हुए Kamal Nath, बीजेपी का तंज

स्वतंत्र समय, भोपाल

उपचुनाव के दौरान पार्टी को बीच मझधार में छोडऩे वाले पूर्व सीएम कमलनाथ ( Kamal Nath ) एक बार फिर भोपाल से छिंदवाड़ा तक सक्रिय दिखे। राजधानी आकर नाथ अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं के बीच रहे। फिर उन्होंने अपने गढ़ छिंदवाड़ा में डेरा डाल दिया। इस दौरान सोशल मीडिया पर भी अपनी सक्रियता दिखाने में नाथ पीछे नहीं रहे। बीजेपी ने उपचुनाव से दूरी पर सवाल उठाते हुए नाथ की सक्रियता को शक्ति प्रदर्शन बताया है।

Kamal Nath ने भोपाल के फोटो सोशल मीडिया पर किए शेयर

भोपाल पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं से मुलाकात को पूर्व सीएम नाथ ( Kamal Nath ) ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस तस्वीर में कमलनाथ मुकुट पहने दिख रहे हैं। हालांकि उनका भोपाल में स्टे केवल दो घंटे का था, लेकिन इसकी पूर्व सूचना होने से कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उनके बंगले पर जमा हो गए। इनमें भी नाथ समर्थक ही ज्यादा रहे। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के तत्काल बाद नाथ छिंदवाड़ा रवाना हो गए। वहां भी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए स्वागत को नाथ ने शेयर करते हुए लिखा- आपका प्रेम और स्नेह ही मेरी शक्ति है। नाथ अब अगले चार दिन वहीं सक्रिय रहेंगे। मगर भोपाल में मात्र दो घंटे की मुलाकात को भी नाथ द्वारा सोशल मीडिया पर दिखाने के राजनीतिक मायने खोजे जा रहे हैं। उनकी भोपाल में सक्रियता चर्चा का विषय बनी रही। इसमें भी पीसीसी न आकर अपने बंगले पर ही कार्यकर्ताओं से मुलाकात के कार्यक्रम से गुटबाजी की बातों को हवा मिली है।

स्वास्थ्य खराब का दिया हवाला

सबसे बड़ी बात यह है कि बुधनी और विजयपुर उपचुनाव में नाथ का नाम स्टार प्रचारकों में शामिल था। वे चार दिन सभाएं भी लेने वाले थे, लेकिन भोपाल पहुंचते ही उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बताकर चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी। नाथ के अलावा सभी सीनियर्स ने चुनावों में सक्रियता दिखाई थी। मगर नाथ द्वारा अचानक दूरी बनाने पर सवाल उठाए जाने लगे थे।

अब बीजेपी ने पूछा- तब कहां थे

नाथ द्वारा भोपाल से छिंदवाड़ा तक सक्रियता दिखाने पर कांग्रेस ने तंज कसा है और इसे नाथ का शक्ति प्रदर्शन बताया है। बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर लिखा – कमलनाथ अब फिर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में हुए दोनों सीट के उपचुनावों में कांग्रेस के स्टार प्रचारक कमलनाथ कहीं नजर नहीं आए। चुनाव संपन्न होते ही भोपाल में शक्ति प्रदर्शन बाकी खुद समझा जा सकता है।