समाज के हर ज़रूरतमंद तक शासन की योजना का लाभ पहुँचे इसी मंशा के साथ मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने बड़ी शिद्दत के साथ जनकल्याण पर्व का आयोजन किया। पूरे प्रदेश में लाखों की संख्या में हितग्राही लाभान्वित हुए। आज समापन अवसर पर हितग्राही सम्मेलन इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव शिरकत करेंगे। इसके पश्चात मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए जापान जैसे देशों की सहभागिता के लिए मुख्यमंत्री अपनी जापान यात्रा के लिए रवाना होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास में जापान सह प्रायोजक की भूमिका निभाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव 27 जनवरी को मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं को साकार करने के उद्देश्य से जापान की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गत दिवस इंदौर में अपने व्यस्त कार्यक्रम के पश्चात श्यामला हिल्स स्थित राष्ट्रीय मानवसंग्रहालय के परिसर अवलोकन के पश्चात मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि वर्ष 2025 उद्योग और रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। प्रत्येक माह उद्योगों की स्थापना और निवेश को प्रोत्साहित करने की गतिविधियां होंगी। जापान यात्रा से इसकी शुरूआत हो रही है। अगले माह भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट के आयोजन की भव्य तैयारियों के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इस समिट में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित होकर मार्गदर्शन देंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में 24 और 25 फरवरी को हो रही जीआईएस में 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह प्रयास है कि प्रतिभागी देशों की संख्या 50 तक हो जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दो दिन तक चलने वाली समिट में 15 हजार से अधिक इन्वेस्टर्स प्रतिभागी बनेंगे। यह सम्मेलन उद्योगपतियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि समिट के व्यवस्थित आयोजन के लिए एक योजना बनाकर प्रतिभागियों की अपेक्षा एवं आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक प्रयास करें।
उद्योग वर्ष लिखेगा नए दौर की नई कहानी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल समिट का आयोजन सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। हम सब का सौभाग्य है कि ग्लोबल समिट पहली बार भोपाल में हो रही है। उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025 नए दौर की नई कहानी लिखेगा। भोपाल एक सुंदर शहर है। समिट में आने वाले अतिथियों को यहां की बड़ी झील भी आकर्षित करेगी। मध्यप्रदेश सबसे बड़ा जनजातीय बहुल प्रदेश है। यहां जनजातीय समुदाय ने अपनी हजारों वर्ष पुरानी जीवन शैली और संस्कृति को सुरक्षित रखा है। भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों की विविध प्रकार की जनजातीय संस्कृति का चित्रण किया गया है। समिट के प्रतिभागी इस विविधता के दर्शन कर सकेंगे।
एक जिला एक उत्पाद की अनूठी प्रदर्शनी लगेगी
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि समिट में चार प्रमुख विभागीय सम्मेलन, प्रवासी सत्र, सेक्टोरल सेशन और बायर-सेलर मीट के साथ ही ऑटो और टेक्सटाइल एक्सपो की नई प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया जाएगा। एक जिला एक उत्पाद की अनूठी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। विशेष रूप में आकर्षक मध्यप्रदेश प्वेलियन लगाया जाएगा।