इंदौर के दि ओमनी स्कूल के संस्थापक ओमप्रकाश सूरी ‘बाबूजी’ की पुण्यतिथि पर एक अत्यंत भावनात्मक, भव्य एवं सांस्कृतिक आयोजन रखा गया। इस पावन अवसर पर सस्था के अध्यक्ष सुमित सूरी और हेमंत सूरी ने “मातृ-पितृ पूजन दिवस” का आयोजन किया। यहां विद्यालय के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने अपने माता-पिता को ईश्वर का सजीव स्वरूप मानते हुए उनके चरण धोकर पूजन किया, रक्षा-सूत्र बाँधा और आरती उतारी। यह दृश्य न केवल मन को छूने वाला था, बल्कि समस्त उपस्थित जनों की आँखें नम कर गया। भावनाओं से भरे इस आयोजन में भारतीय संस्कृति के अमूल्य मूल्यों की गहराई को निभाया गया।
युवा पीढ़ी को संस्कार देन का है उद्देश्य
इस आयोजन का मूल उद्देश्य है आज की युवा पीढ़ी को संस्कार, सम्मान और कृतज्ञता जैसे जीवन-मूल्यों से जोड़ना। जिससे वे मात्र शिक्षित ही नहीं, बल्कि संवेदनशील और संस्कारित नागरिक बन सकें। कार्यक्रम में संगीतमय भजन संध्या का आयोजन भी हुआ जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अगम अग्रवाल ने अपने भजनों की सुमधुर प्रस्तुति से पूरा वातावरण भक्ति मयी बना दिया। इस गरिमामयी संध्या को और भी विशेष बन गया जब यहीं सीएम डॉ. मोहन यादव ने वीडियो के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि “ॐ का उच्चारण समस्त वेदों के सार का प्रतीक है। इस प्रकार के आयोजन हमारी संस्कृति की जीवंतता के परिचायक हैं।” कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए अनेक विशिष्ट अतिथि पधारे, जिनमें प्रमुख रूप से कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा संसदीय बोर्ड सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यनारायण जटिया, नगर भाजपा अध्यक्ष सुमित मिश्रा, ग्रामीण भाजपा अध्यक्ष श्रवण चावड़ा, इंदौर की लोकप्रिय विधायक मालिनी गौड़, वरिष्ठ भाजपा नेत हरिनारायण यादव, टीनू जैन व आदित्य दीक्षित सहित सत्य साईं समिति के अध्यक्ष त्रिभुवन सचदेवा अन्य गणमान्यजन मौजूद रहे।
अपने भावपूर्ण उद्बोधन में सुमित सूरी और हेमंत सूरी ने कहा कि “मातृ-पितृ पूजन जैसे आयोजनों के माध्यम से हम बच्चों में श्रद्धा, करुणा और कृतज्ञता जैसे गुणों का बीजारोपण करते हैं। यही भावनाएँ समाज की असली शक्ति हैं।” दि ओमनी स्कूल परिवार ने इस आयोजन के माध्यम से समाज को प्रेरणादायक संदेश देने का प्रयास किया।