मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छता समृद्धि की कुंजी है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता हमारी परंपरा और दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा रही है, लेकिन समय के साथ लोग इसे भूलते गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परंपरा को पुनर्जीवित कर इसे जन आंदोलन का रूप दिया है।
इंदौर की उपलब्धि पर बधाई
इंदौर लगातार आठ बार स्वच्छता में प्रथम स्थान प्राप्त कर नया इतिहास रच चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय इंदौर के 36 लाख नागरिकों और विशेष रूप से स्वच्छता कर्मवीरों को जाता है। उन्होंने कहा कि टीम भावना, नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और सफाईकर्मियों की मेहनत से इंदौर ने विश्वस्तरीय पहचान बनाई है।
सम्मान और सहभोज
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वच्छता कर्मवीरों का सम्मान किया और उनके साथ भोजन भी किया। उन्होंने कहा कि कर्मवीरों ने लगन, मेहनत और समर्पण से इंदौर को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। इस अवसर पर “स्वच्छता का महागुरु” लोगो का विमोचन किया गया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले पार्षदों और वार्डों को भी सम्मानित किया गया।
जीरो वेस्ट जू और इलेक्ट्रिक बसों का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने देश के पहले जीरो वेस्ट जू का शुभारंभ किया। इसके साथ ही 60 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी गई 50 नई इलेक्ट्रिक बसों को भी लोक परिवहन में शामिल किया गया। उन्होंने बस में बैठकर जीपीएस, सीसीटीवी, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम और डिजिटल पेमेंट जैसी सुविधाओं का जायजा लिया। बताया गया कि इंदौर को जल्द ही 150 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी।
रणजीत हनुमान मंदिर पुनर्विकास
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इंदौर के प्रसिद्ध रणजीत हनुमान मंदिर के पुनर्विकास कार्यों का वर्चुअल भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि यह मंदिर लोगों को हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करने की प्रेरणा देता है। मंदिर के पुनर्विकास पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें भव्य द्वार, शेड, बाउंड्री वॉल, पाथवे और उद्यान का विकास होगा।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, मालिनी गौड, महेंद्र हार्डिया, मधु वर्मा, ऊषा ठाकुर, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा, पूर्व विधायक जीतू जिराती, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, सभापति पन्नालाल यादव, महापौर परिषद सदस्य अश्विनी शुक्ला, राजेंद्र राठौर, अभिषेक शर्मा बबलू, नंदकिशोर पहाड़िया, राकेश जैन, प्रिया डांगी, निरंजन सिंह चौहान, मनीष शर्मा मामा और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बड़ी संख्या में नागरिक भी उपस्थित रहे।
महापौर और मंत्रियों के विचार
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता में विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बनाई है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर की सफलता का असली कारण नगर निगम के नवाचार और सफाईकर्मियों की मेहनत है। उन्होंने बताया कि कचरा पृथक्कीकरण, वेस्ट मैनेजमेंट और डिजिटल नवाचार के चलते इंदौर स्वच्छता को नए स्तर पर ले जा रहा है।
स्वच्छता प्रतियोगिता के विजेता
स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता में प्रथम स्थान वार्ड 13, द्वितीय स्थान वार्ड 03 और तृतीय स्थान वार्ड 32 को मिला।
सर्वश्रेष्ठ पार्षद के रूप में योगेश गेंदर प्रथम, पराग कौशल द्वितीय और राजीव जैन तृतीय स्थान पर रहे।
सफाई मित्र और सुपरवाइजर सम्मान
स्वच्छता अभियान में योगदान देने वाले संगठनों में – मध्यप्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग, राज्य सफाई कर्मचारी मोर्चा, म.प्र. राज्य सफाई कर्मचारी महासंघ, इंदौर नगर अ.जा. एवं निगम कर्मचारी/कामगार संघ, वाल्मीकि संघ, निगम कर्मचारी एवं कामगार संघ, सफाई कामगार कर्मचारी यूनियन शामिल रहे।
सफाई मित्रों में कमला नत्थु रानवे, गुरदीप करतार, सुमन अशोक, मनोज दिलीप सिंह और प्रहलाद लक्ष्मण को सम्मानित किया गया। सुपरवाइजरों में विशाल कटारे, गगन मालवीय, नरेश जाधव, दिनेश मातादीन और संजय हरिश को सम्मान मिला। वर्कशॉप टीम में मनीष पांडे, भूपेन्द्र सिंह, आशुतोश यादव और उनकी टीम को सम्मानित किया गया। सभी को स्मृति चिन्ह और मोमेंटो भेंटकर सराहना की गई।