स्वतंत्र समय, इंदौर
विश्व का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण ( Cleanliness survey ) में आठवीं बार खिताब जीतने के लिए इंदौर ने पूरी तैयारी कर ली है। 15 फरवरी यानी आज के बाद शहर में साफ-सफाई का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम किसी भी दिन इंदौर पहुंच सकती है। निगम आयुक्त के निर्देश पर समस्त अधिकारी सर्तक हो गए है। केंद्र सरकार ने इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 12 हजार 500 अंकों की परीक्षा निर्धारित की है। अलग-अलग दस कैटोगेरी में नंबर निर्धारित किए गए हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण की केंद्रीय टीम इन्हीं दस मानकों पर शहर की सफाई का आकलन करेगी और शहर की रैंकिंग तय करेगी। निगम आयुक्त ने सभी अधिकारियो निर्देश दिया कि डोर टू डोर सफाई की स्थिति की मॉनेटरिंग करें। साथ ही मार्केट इलाके में भी साफ-सफाई में कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया।
Cleanliness survey का समय आते ही रात में सफाई
जानकारी के मुताबिक स्वच्छता सर्वेक्षण ( Cleanliness survey ) का समय आते ही इंदौर नगर निगम ने रात्रिकालीन सफाई पर विशेष ध्यान देना शुरु कर दिया है। मशीनों और सफाई मित्रों की सहायता से रात में भी शहर के प्रमुख सडकों, चौराहों, बाजारों की सफाई की जा रही है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी इस दौरान मौजूद रहे। निगमायुक्त शिवम वर्मा सहित अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा पूरी ताकत से जुटे हैं। शहर के अलग अलग हिस्सों में रात 11 बजे से देर रात 3 बजे तक शहर की सडक़ों , बाजारों की सफाई हो रही है।
कई नए प्रावधान जुड़े
इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में कई नए प्रावधान भी जोड़े गए हैं। गत सर्वे में 4447 शहर शामिल थे, तो इस बार इनकी संख्या बढकर 4909 हो गई है और इस बार का सर्वेक्षण कुल 12500 अंकों का रहेगा, जबकि पिछली बार ये अंक 9500 ही थे। यहां तक कि माइनस मार्किंग का प्रावधान भी रखा है। सर्वे के दौरान अगर किसी तरह की झूठी जानकारी मिली तो 30 अंक कट जाएंगे। 20 हजार से अधिक आबादी वाले 2162 शहर, तो 30 से 50 हजार से अधिक आबादी वाले शहरों की संख्या इस बार 1686 रहेगी, तो 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाले सर्वे में शामिल 903 शहर हैं, वहीं 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की संख्या 111 और इससे अधिक की आबादी वाले इंदौर जैसे शहरों की संख्या 47 है।
स्वच्छता सर्वेक्षण की टूल किट में 10 प्रमुख मापदंड
इस बार मंथली इन्फॉर्मेशन सिस्टम का इस्तेमाल भी पहली बार सर्वेक्षण में किया जा रहा है। यानी शहरों ने मंत्रालय के पास अपनी जो हर माह की साफ-सफाई से संबंधित रिपोर्ट भेजी है और उससे जुड़े दस्तावेज लगाए हैं उसकी मौके पर जाकर सर्वे टीम द्वारा जांच-पड़ताल की जाएगी। इसी तरह इस बार का स्वच्छता सर्वेक्षण जो 12500 अंकों का रहेगा, उसमें ओडीएफ प्लस-प्लस और जल के 1200 अंक, कचरामुक्त शहर के 1300 अंक, वहीं फेज-1 में 500, फेज-2 में 500 और फेज-3 और 4 में 9 हजार अंक रखे गए हैं। इस बार स्वच्धता सर्वेक्षण की टूल किट में 10 प्रमुख मापदण्ड बनाए गए हैं।
अब प्राणी संग्रहालय को बनाया जाएगा जीरो वेस्ट संग्रहालय
इंदौर नगर निगम के द्वारा अब प्राणी संग्रहालय को जीरो बेस्ट संग्रहालय के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। इसके लिए वहां से निकलने बाले सारे कचरे का वहीं पर निष्पादन करते हुए पूरा कार्य किया जाएगा। यह ऐलान नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा के द्वारा शुक्रवार सुबह उस समय किया गया जब वह प्राणी संग्रहालय का दौरा कर रहे थे। इसके साथ ही आयुक्त द्वारा प्राणी संग्रहालय के अंदर कान्ह नदी में जहां से ट्रीटेड वाटर जाता है उस स्थल पर सफाई करने और गाद साफ करने के निर्देश दिए गए। प्राणी संग्रहालय के अंदर बहने वाली कान्ह नदी में दर्शकों के लिए वोट चलाने के लिए भी प्लान बनाए। इसके पूर्व आयुक्त के द्वारा संवाद नगर में कान्ह नदी का निरीक्षण किया गया वहां पर उन्होंने पाया कि लोगों के घरों के सीवरेज के पानी का कनेक्शन इस नदी में कर दिया गया है। जिसके चलते हुए नदी में गंदा सीवरेज का पानी आ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस पानी को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं।